[Edited By: Rajendra]
Monday, 21st August , 2023 01:29 pmविपक्षी दलों की तीसरी बैठक मुंबई में होने वाली है। 31 अगस्त और एक सितंबर को होने वाली बैठक के दौरान गठबंधन ‘इंडिया’ के प्रतीक चिह्न का अनावरण किए जाने की संभावना है। इधर खबर ये भी है कि मुंबई बैठक से आम आदमी पार्टी दूरी बना सकती है। क्योंकि दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन पर पेंच फंस गयी है। इसको लेकर आप में नाराजगी है। देश की वित्तीय राजधानी में इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन की तीसरी बैठक में 26 से अधिक राजनीतिक दलों के लगभग 80 नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। सूत्रों ने कहा कि वर्तमान में 26 दल समूह का हिस्सा हैं और दो दिवसीय बैठक के दौरान कुछ और दल गठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार हैं। सूत्रों ने बताया कि गठबंधन के प्रतीक चिह्न का अनावरण एक सितंबर को विचार-विमर्श की शुरुआत से पहले किया जा सकता है।
वर्तमान में 26 दल गठबंधन समूह का हिस्सा हैं और दो दिवसीय बैठक के दौरान कुछ और दल गठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार हैं। सूत्रों के अनुसार, गठबंधन ‘इंडिया’ के प्रतीक चिह्न का अनावरण एक सितंबर को बैठक की शुरुआत से पहले किया जा सकता है। विपक्षी गुट की पहली बैठक इसी साल 23 जून को पटना में और दूसरी पिछले महीने 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी।
सूत्रों ने कहा कि पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं के 31 अगस्त की शाम छह बजे से पहले मुंबई पहुंचने की उम्मीद है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे 31 अगस्त को उपनगरीय मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में आने वाले नेताओं के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। अगले दिन बैठक उसी स्थान पर होगी और उसके बाद संवाददाता सम्मेलन होगा। कांग्रेस पार्टी की स्टेट और मुंबई यूनिट की ओर से विपक्षी दलों के नेताओं के लिए दोपहर के भोजन का आयोजन किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक सितंबर को बैठक के बाद मध्य मुंबई में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय तिलक भवन का दौरा कर सकते हैं।
महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नसीम खान ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण सहित सभी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) नेता बैठक को सफल बनाने के लिए हर जरूरी कदम उठा रहे हैं। तैयारियों को लेकर रविवार को हुई बैठक में शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे और संजय राउत, कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड़, मिलिंद देवड़ा और नसीम खान, राकांपा नेता नरेंद्र वर्मा समेत अन्य लोग शामिल हुए।
कक्कड़ ने बताया, यह कांग्रेस ही थी जिसने दिल्ली में गठबंधन बनाने के लिए आप से संपर्क किया था क्योंकि उनका दिल्ली में कोई अस्तित्व नहीं है। आप के अन्य नेताओं ने भी ऐसी ही भावनाएं व्यक्त कीं। आप विधायक विनय मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस को उसका रुख स्पष्ट करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, अगर कांग्रेस इसी तरह बयान देती रही तो ‘इंडिया’ गठबंधन का कोई मतलब नहीं रहेगा। कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश और दिल्ली की जनता के हित को ध्यान में रखते हुए कोई फैसला लेंगे। आप नेता सोमनाथ भारती ने कहा, हर किसी को यह एहसास होना चाहिए कि हमें अपनी महत्वाकांक्षाओं को एक तरफ रखकर देश और संविधान के बारे में सोचना चाहिए।