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उन्नाव कांड: दुष्कर्म-अपहरण मामले में निष्कासित भाजपा विधायक दोषी करार, अब 19 को फैसला

[Edited By: Admin]

Monday, 16th December , 2019 05:15 pm

यूपी के उन्नाव दुष्कर्म केस में दिल्ली कोर्ट ने विधायक कुलदीप सेंगर को दुष्कर्म और अपहरण का दोषी ठहराया. तीस हजारी कोर्ट ने 10 दिसंबर को फैसला सुरक्षित रखा था. भाजपा से निष्कासित सेंगर और उसके साथियों ने 2017 में नाबालिग लड़की को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया था. करीब ढाई साल के घटनाक्रमों के चलते पीड़ित एम्स में भर्ती है. उसके पिता-चाची-मौसी की मौत हो चुकी है, जबकि चाचा जेल में हैं.

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केस लखनऊ से दिल्ली कोर्ट ट्रांसफर हुआ था. इसके बाद 5 अगस्त से रोजाना बंद कमरे में सुनवाई हो रही थी.इस दौरान अभियोजन पक्ष के 13 गवाहों और बचाव पक्ष के 9 गवाहों से जिरह हुई.पीड़ित का बयान दर्ज करने के लिए एम्स में स्पेशल कोर्ट बनाया गया था.

कोर्ट ने कुलदीप सेंगर आपराधिक षड्यंत्र, अपहरण, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत आरोप तय किए थे.फिलहाल, वह तिहाड़ जेल में बंद हैं. अदालत ने मामले में सह आरोपी शशि सिंह के खिलाफ भी आरोप तय किए हैं. वह लड़की को सेंगर के पास लेकर गई थी.

लखनऊ से दिल्ली शिफ्ट किए गए थे सारे केस

इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने रेप समेत पांचों केस को लखनऊ की कोर्ट से दिल्ली की कोर्ट में शिफ्ट करने का आदेश दिया. 5 अगस्त को ये केस दिल्ली की कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया. इस केस में रोजाना सुनवाई चली. पिछले हफ्ते तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई पूरी हुई.

सीबीआई ने दर्ज किए थे 5 एफआईआर

इस मामले में कुल 5 एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें से एक पर कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है. बाकी में अभी भी सुनवाई इसी कोर्ट में चल रही है, जिसमें पीड़िता के पिता की कस्टडी में हुई मौत, सड़क दुर्घटना में उसके परिवार से मारे गई दो महिला,और पीड़िता के साथ किए गए गैंगरेप और उसके चाचा के खिलाफ कथित रूप से झूठा मामले दर्ज करने से जुड़े मामले शामिल है.

जानिए इस केस में कब क्या हुआ

  • 04 जून 2017- नाबालिग लड़की का गांव के ही दो युवकों शुभम और अवधेश ने अपहरण किया.
  • 11 जून 2017- पीड़ित परिवार की शिकायत पर दोनों युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई.
  • 21 जून 2017- 10 दिन बाद पुलिस नाबालिग का पता लगा सकी और बरामद कर उसे परिवार को सौंपा.
  • 22 जून 2017- पीड़ित ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में तीन लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया.
  • 01 जुलाई 2017- कोर्ट में दिए पीड़ित के बयान के आधार पर पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कर कोर्ट में चार्जशीट दायर की।
  • 22 जुलाई 2017- पीड़ित ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिख इंसाफ की गुहार लगाई.पीड़ित ने इस पत्र में बताया कि विधायक सेंगर ने उसके साथ दुष्कर्म किया.
  • 30 अक्टूबर 2017- विधायक की तरफ से पीड़ित और उसके परिवार के खिलाफ मांखी थाने में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया.
  • 22 फरवरी 2018- पीड़ित ने जिला अदालत से मांग की थी कि विधायक सेंगर को दुष्कर्म मामले में आरोपी बनाया जाए.
  • 03 अप्रैल 2018- आरोपी विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर ने साथियों संग पीड़ित के पिता पर मारपीट कर जानलेवा हमला किया.
  • 04 अप्रैल 2018- मारपीट मामले में पुलिस ने विधायक के दबाव में पीड़ित के पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया.
  • 09 अप्रैल 2018- जेल में पीड़ित के पिता की हालत खराब होती गई और आखिरकार उन्होंने जेल में ही दम तोड़ दिया. विधायक का भाई गिरफ्तार.
  • 13 अप्रैल 2018- सीबीआई ने सुबह चार बजे दुष्कर्म मामले में आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को हिरासत में लिया. लंबी पूछताछ के बाद शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
  • 17 मई 2018- जेल में बंद पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत के मामले में दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार हुए.
  • 11 जुलाई 2018- सीबीआई ने दुष्कर्म मामले में चार्जशीट दायर की, जिसमें विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को भी आरोपी बनाया गया.
  • 13 जुलाई 2018- दुष्कर्म मामले में सीबीआई ने दूसरी चार्जशीट दायर की. इसमें विधायक के अलावा उसके भाई अतुल सिंह सेंगर और तीन पुलिसकर्मियों समेत पांच अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया.
  • 18 अगस्त 2018- दुष्कर्म मामले के मुख्य गवाह यूनुस की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत.
  • 04 जुलाई 2019- पीड़िता के चाचा को 19 साल पुराने एक मामले में कोर्ट ने 10 साल के कारावास की सजा सुनाई. 19 साल पुराने ये केस आरोपी विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर की तरफ से दर्ज कराया गया था। अतुल भी उन्नाव दुष्कर्म केस में मुख्य आरोपी है.
  • 12 जुलाई 2019- पीड़ित की तरफ से चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई को पत्र लिखा, आरोपी विधायक और उसके लोगों की तरफ से पूरे परिवार को जान को खतरा बताया गया.
  • 28 जुलाई 2019- रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र में ट्रक व कार की टक्कर में पीड़ित की चाची और मौसी की मौत. पीड़ित और कार चला रहे उनके वकील गंभीर रूप से घायल हुए.
  • 29 जुलाई 2019- सड़क दुर्घटना मामले में रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाने में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उसके भाई मनोज सिंह सेंगर, विनोद मिश्र, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह, वकील अवधेश सिंह सहित 15-20 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाते हुए आईपीसी की धारा- 302, 307, 506 व 120बी के तहत हत्या, जानलेवा हमला, जान से मारने की धमकी और आपराधिक साजिश का केस दर्ज.
  • 31 जुलाई 2019- चीफ जस्टिस ने पीड़ित के पत्र पर संज्ञान लिया. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेट्री जनरल को पत्र के बेंच के समक्ष प्रस्तुत होने में हुई देरी की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया.
  • 01 अगस्त 2019- सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव दुष्कर्म कांड से जुड़े सभी पांच मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट के जज दिनेश शर्मा को प्रतिदिन केस की सुनवाई करने का आदेश दिया। 45 दिन में केस की सुनवाई पूरी करनी होगी. सीबीआई को एक सप्ताह में जांच पूरी करने के आदेश। भाजपा ने आरोपी विधायक को पार्टी से निकाला.
  • 02 अगस्त 2019- सुप्रीम कोर्ट ने रायबरेली की जेल में बंद पीड़िता के चाचा को दिल्ली की तिहाड़ जेल में ट्रांसफर करने का आदेश दिया। उन्होंने यूपी की जेल में जान का खतरा बताया था. उन्नाव प्रशासन ने दो वर्ष बाद मामले के तूल पकड़ने और सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद आरोपी विधायक के शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए.
  • 05 अगस्त 2019-  सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अदालत ने रोजाना सुनवाई शुरू हुई.
  • 16 अगस्त 2019-  बंद कमरे में गवाहों की जिरह शुरू हुई, पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी की गई.
  • 10 दिसम्बर 2019- तीस हजारी कोर्ट ने कुलदीप सेंगर के खिलाफ अपना फैसला सुरक्षित रख लिया.

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