पंजाब के अमृतसर में शिवसेना नेता सुधीर सूरी हत्याकांड की जिम्मेदारी कनाडा में रह रहे कुख्यात गैंगस्टर लखबीर सिंह लंडा ने ली है। लंडा का खालिस्तानी आतंकियों से संबंध माना जाता है। इसके साथ ही हत्या में सुरक्षा एजेंसियां खालिस्तानी कनेक्शन की जांंच कर रही है। दूसरी ओर, हत्या के विरोध में हिंदू संगठनों ने पंजाब बंद का आह्वान किया है। उधर, सुधीर सूरी के शव का पोस्टमार्टम चल रहा है।
आज इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कुख्यात गैंगस्टर लखबीर सिंह लंडा ने सुधीर सूरी हत्याकांड की जिम्मेदारी ली लखबीर सिंह इस समय कनाडा में बैठकर पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरमिंदर सिंह रिंदा के साथ पंजाब में आतंक का नेटवर्क चला रहा है। गैंगस्टर लखबीर ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट डाली है। जिसमें कहा गया कि सूरी का कत्ल हमारे भाईयों ने किया है। बाकी जो भी कौम या किसी भी धर्म के बारे में बुरा बोलते हैं, वह भी तैयारी रखें। सबकी बारी आएगी। सिक्योरिटी लेकर यह न समझें कि वह बच जाएंगे। यह तो अभी शुरूआत है। हालांकि यह पोस्ट आतंकी लखबीर की ही है, इसको लेकर पंजाब पुलिस जांच कर रही है।
देर रात डीजीपी गौरव यादव भी अमृतसर पहुंचे। अमृतसर पहुंचते ही सबसे पहले उन्होंने गोपाल मंदिर का रुख किया, जहां यह पूरा घटनाक्रम हुआ था। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि पंजाब में अमन शांति बनाए रखें और अफवाहों से दूर रहें। पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति ठीक है।
उधर, सूरी की हत्या करने वाले संदीप सिंह को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के हाथ एक वीडियो व तस्वीर लगी है। इसमें संदीप सिंह खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह मिल रहा है। संदीप सिंह उस वीडियो में अपने छोटे बेटे को अमृतपाल सिंह के साथ में लाने के लिए ले गया था।
सुधीर सूरी के शव का सिटी स्कैन करवाया गया। सिटी स्कैन में पाया गया कि सुधीर सूरी को चार गोलियां लगी थीं। दो गोलियां छाती के पास लगी हैं। एक गोली पेट के पास लगी तथा एक गोली कंधे को छूकर निकल गई। सिटी स्कैन के बाद शव का पोस्टमार्टम करने के लिए पोस्टमार्टम हाउस में ले जाया गया। मिली जानकारी के अनुसार सरकारी मेडिकल कॉलेज में तीन डाक्टरों के आधारित बोर्ड द्वारा सुधीर सूरी का पोस्टमार्टम हो रहा है। इस टीम में डाक्टर जितेंद्र पाल, डाक्टर करमजीत, डाक्टर सनी बसरा को तैनात किया गया है। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैंं।
सूरी की हत्या के विरोध में आज विभिन्न हिंदू व धार्मिक संगठनों ने पंजाब बंद की अपील की है। शिव सेना (टकसाली), शिव सेना (राष्ट्रवादी), शिवसेना (भारतीय), शिवसेना (सूर्यवंशी) और आल इंडिया हिंदू संघर्ष कमेटी के नेताओं ने कारोबारियों से अपनी दुकानें बंद रखने को कहा है। शुक्रवार को गोपालनगर इलाके में हिंदू नेता सुधीर सूरी की पांच गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थीं। उस समय सूरी कश्मीर एवेन्यू स्थित गोपाल मंदिर के बाहर खंडित मूर्तिंयों व चित्रों के साथ बेअदबी के विरोध में धरना दे रहे थे। पुलिस ने गोली मारने के आरोपित संदीप को गिरफ्तार कर लिया था।
दूसरी ओर, बताया जाता है कि खुफिया एजेंसियां इस हत्या में खालिस्तानी कनेक्शन की जांच कर रही हैं। पुलिस आरोपित संदीप से पूछताछ कर हत्या के मामले में पूरी साजिश का पता लगाने में जुट गई है। इसके साथ ही सूरी की सुरक्षा में लापरवाही पर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है।
बता दें कि अमृतसर में शुक्रवार को दोपहर बाद साढ़े तीन गोपालनगर इलाके में हिंदू नेता व शिवसेना (टकसाली) के अध्यक्ष सुधीर सूरी की स्थानीय दुकानदार ने पांच गोलियां मार कर हत्या कर दी। 58 वर्षीय सूरी कश्मीर एवेन्यू स्थित गोपाल मंदिर के बाहर खंडित मूर्तिंयों व चित्रों के साथ बेअदबी के विरोध में धरना दे रहे थे। संजय सूरी को खालिस्तान समर्थकों से मिल रहीं धमकियों के कारण वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। उन्हें 15 सुरक्षाकर्मी मिले थे। इसमें से 12 उनके साथ थे।
इसके अलावा धरनास्थल पर करीब आठ से दस पुलिसकर्मी और तैनात थे। इसके बावजूद हमलावर दुकानदार संदीप सिंह सन्नी कार से वहां पर पहुंचा और उतरते ही अपनी लाइसेंसी पिस्टल से सूरी पर पांच गोलियां चला दीं। पुलिस ने जवाबी फायरिंग नहीं की, तो सूरी के समर्थकों ने हवाई फायर किए। सूरी को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
पुलिस कमिश्नर अरुणपाल सिंह ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके कब्जे से उसकी लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद की गई है। उल्लेखनीय है कि एक माह पहले कनाडा में बैठे आतंकी लखबीर सिंह लंडा के कुछ गुर्गे अमृतसर में पकड़े गए थे। उनसे पूछताछ में सामने आया था कि उन्हें सूरी को मारने का लक्ष्य दिया गया था। दो दिन पहले भी केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने सूरी की हत्या की आशंका जताते हुए पंजाब पुलिस को अलर्ट भेजा था।
सूरी के साथी कौशल शर्मा ने बताया कि वीरवार रात को सूरी ने बातचीत में हत्या की आशंका जताई थी। इसलिए दे रहे थे धरना सुधीर सूरी को शिकायत मिली थी कि मंदिर के बाहर हिंदू देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां और चित्र फेंक कर बेअदबी की जा रही है। वह करीब डेढ़ बजे मंदिर के बाहर पहुंचे। सूरी ने मंदिर कमेटी के सदस्यों के साथ बात की। उनकी कमेटी के सदस्यों से बहस भी हुई। वह उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और मंदिर के बाहर धरना शुरू कर दिया।
नारेबाजी बढ़ने पर एसीपी (उत्तरी) वरिंदर सिंह खोसा, मजीठा रोड पुलिस थाने के प्रभारी हरिंदर सिंह, सदर थाने के प्रभारी मोहित कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। इसी दौरान आरोपित संदीप अपनी कार से वहां पहुंचा और गोलियां चला दीं। आरोपित भागकर सामने एक घर में छिप गया। गुस्साए शिवसैनिकों ने उसकी कार और दुकान में जमकर तोड़फोड़ की। थोड़ी ही देर में पुलिस ने संदीप को गिरफ्तार कर लिया।
गाड़ी से मिले कागज पर हिंदू नेताओं व पादरियों के फोटो आरोपित की गाड़ी से कुछ कागज मिले हैं, जिस पर कुछ हिंदू नेताओं, पादरियों व गर्मख्यालियों के फोटो छपे हैं। इनमें से कुछ हिंदू नेताओं के फोटो पर क्रास लगा था। उसकी गाड़ी पर खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का स्टिकर भी लगा मिला है। मंदिर से करीब सौ मीटर की दूरी पर ही संदीप की कपड़ों की दुकान है।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि सुधीर सूरी के धरने के बाद इलाके में काफी लंबा जाम लग गया था। संदीप जैसे ही जाम से निकलकर अपनी दुकान के बाहर पहुंचा तो वहां सुधीर सूरी को देखकर तैश में आ गया। इसलिए मिल रहीं थीं धमकियां पिछले साल छह जुलाई को सिख संगठनों ने सूरी का घेराव किया था। आरोप है कि सूरी ने सिख संगठनों के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। उन्हें लगातार गर्मख्याली संगठनों से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।
वह सबसे पहले 2010 में पाकिस्तान व आइएसआइ के विरुद्ध बयानबाजी को लेकर चर्चा में आए थे, लेकिन 2016 में खालिस्तान समर्थकों को धमकी देते हुए उन्होंने कहा था कि अगर वे एक हिंदू को मारेंगे, तो वह दस खालिस्तानियों को मारेंगे। ऐसे बयानों के कारण विभिन्न थानों में उनके खिलाफ छह मामले दर्ज हैं।
वारदात के बाद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि स्थिति नियंत्रण में हैं। संदीप से पूछताछ करके मामले की तह तक पहुंचेंगे। इसके पीछे की साजिश क्या है, उसका पता लगाया जाएगा। आतंकी घटना के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। लोग अमन-शांति बनाए रखें। अफवाओं से बचें। पीएम के दौरे से एक दिन पहले वारदात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को अमृतसर के डेरा ब्यास पहुंचेंगे। उनके दौरे से एक दिन पहले ऐसी वारदात ने पंजाब में फिर से कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।