16 साल की प्रिया (काल्पनिक नाम) अपने दोस्त से मिलने आंध्र प्रदेश के ओंडोले शहर गई हुई थी। उसके मन में कई सवाल थे जिनका जवाब उसे हर हाल में चाहिए था। बस स्टेशन पर अपने दोस्त के बारे में पूछताछ कर ही रही थी कि तभी मोबाइल स्टोर पर काम करने वाले एक लड़का आया और मदद करने की बात कहने लगा। उस लड़के की उम्र लगभग प्रिया की उम्र के बराबर ही थी। यहीं से शुरू होती है प्रिया की 'बर्बादी की कहानी'। वो अनजान लड़का प्रिया को एक कमरे में ले गया जहां उसके साथ जबरन सेक्स किया। इतने में ही उसका दिल नहीं भरा तो अपने पांच दोस्तों को भी बुला लिया। पांच दिनों तक छह लड़के प्रिया का सामूहिक बलात्कार करते रहे।
इस मामले में पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों को आंध्र प्रदेश के अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया गया है और इस मामले में आगे की जांच की जा रही है। प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों के बाद राज्य की गृहमंत्री सुचरिता ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का वादा किया है। 17 जून को लड़की ओंगोल में आरटीसी बस स्टेशन पर एक आरोपी से मिली थी। यह जगह अमरावती से करीब 140 किलोमीटर दूर है। दोनों में दोस्ती हो गई और इसके बाद लड़का उसे अपने कमरे पर ले गया, जहां उसने अपने पांच दोस्तों के साथ मिलकर उसके साथ पांच दिन तक रेप किया।
शनिवार को लड़की वहां से निकलकर बस स्टेशन तक पहुंचने कामयाब रही, तभी वहां पर एक होमगार्ड और एएसआई उसे बचाकर ले आए। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति स्थिर बताई गई है। लड़की की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाशी शुरू कर दी और राज्य के अलग-अलग हिस्सों से उन्हें गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी को नेल्लोर जिले के बितरगुंटा से उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब ट्रेन पकड़ने की कोशिश कर रहा था।
इसकी निंदा करते हुए आंध प्रदेश के डीजीपी गौतम सवांग ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और उनके खिलाफ अपराध की रोकथाम को उच्च प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधों को अंजाम देने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। सवांग ने प्रकाशम जिले के पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया कि इस मामले की पूरी तरह से जांच की जाए ताकि उन्हें दोषियों को सजा मिल सके। आरोपियों के खिलाफ पोस्को और आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।