प्रयागराज- उत्तर प्रदेश में एक बार फिर कोरोना वायरस अपने पैर पसारने लगा है। यूपी राजधानी लखनऊ और प्रयागराज के स्कूलों में कोरोना का कहर देखने को मिला है। साथ ही शाहजहांपुर के वृद्ध आश्रम में 8 लोगों कोरोना संक्रमित मिले है। पहली खबर लखनऊ से है जहां के लामार्ट्स स्कूल में 6 स्टाफ कोविड पॉजिटिव पाए गए। जिसके बाद सीएम और अन्य स्वस्थ्य अधिकारी स्कूल पहुंचे। सीएमओ डॉ संजय भट्नागर ने जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल में 6 स्टाफ की रिपोर्ट पॉजिटिव है, जो ए सिम्टम्स हैं। सभी ही हो आईसोलेट कराया गया है। इसके साथ ही इनके संपर्क में आए लोगों की कोविड जांच कराई गई है।
वहीं दूसरी खबर संगम नगरी प्रयागराज में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण बढ़ने लगा है। मंगलवार को जिले में 19 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले। चौंकाने वाली बात ये है कि नए संक्रमित मरीजों में से 13 पॉजिटिव केस दो स्कूलों से सामने आए हैं। प्रयागराज के बिशप जॉनसन स्कूल में 9 और सेंट जोसेफ स्कूल में 4 संक्रमित मरीज मिले। संक्रमितों में शिक्षक और कर्मचारी शामिल हैं। इतना ही नहीं सेंट जोसेफ के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल भी कोरोना संक्रमित मिले। बता दें कि सोमवार को ही सेंट जोसेफ स्कूल में बच्चों और अभिभावकों के साथ शिक्षकों की मीटिंग हुई थी।
कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. ऋषि सहाय ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों स्कूलों में स्टाफ और टीचर्स के संक्रमित पाए जाने के बाद अब स्कूल आए सभी छात्रों और अभिभावकों का कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा। गौरतलब है कि इसी महीने से सरकार ने कक्षा 6 से 12 तक की ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हुई है। ऐसे में स्कूलों में संक्रमण की खबर विचलित करने वाली है। तीसरी खबर शाहजहांपुर से है जहां के रोजा थाना क्षेत्र स्थित बरतारा वृद्ध आश्रम में 8 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग ने 365 लोगों को चिन्हित किया है, जिनकी जांच बुधवार को की जाएगी।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल और छत्तीसगढ़ में एक बार फिर तेजी से कोरोना के मरीज बढ़ने लगे हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। यूपी के स्वास्थ्य महासचिव डॉ. डीएस नेगी ने कहा है कि वैसे तो उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट आई है। सभी जिलों में स्थिति पर नजर रखी जा रही है। सीमावर्ती जिलों की खासतौर पर निगरानी की जा रही है और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है। राज्य सरकार रोजाना 1.25 लाख से ज्यादा सैंपल्स की जांच कर रही है।