जहाँ सरकार एक ओर कोरोना वैक्सीन पर कई वादे कर रही है वहीं दूसरी ओर कानपुर में कोविड वैक्सीन का संकट गहरा गया है. कानपुर महानगर में स्वास्थ विभाग ने कुछ दिन पहले 20 हज़ार वैक्सीन प्रतिदिन लगाने का लक्ष्य रखा था. लेकिन मंज़र यह है कि महज 900 वैक्सीन प्रतिदिन ही लगाई जा पा रही है.
आपको बता दें कि शहर में महज़ 1500 वैक्सीन ही बची थी. जिसके चलते मंगलवार को महज 14 सेंटर्स में 1171 टीका लोगों को लगाया जा सका. कई सेंटर से लोग भटकते और परेशान होते नजर आए.
एक जुलाई से टीकाकरण का महा अभियान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शुरू किया जाना है लेकिन इससे पहले कि ज़मीनी हकीकत कुछ और ही नज़र आ रही है.
कानपुर नगर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में मेगा वैक्सीनेशन कैंप हाल ही में शुरू किया गया था. इसकी शुरुआत इसलिए की गई थी कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन के काम को पूरा किया जा सके. लेकिन 5000 का लक्ष्य तय किए जाने के बावजूद यहां पर आज के लिए 900 वैक्सीन ही उपलब्ध है. कल तो ये केंद्र बन्द कर दिया गया था. कई दिनों से शहर के विभिन्न केंद्रों में वैक्सीनेशन के लिए चक्कर लगा रहे लोग अब ग्रीन पार्क स्टेडियम की तरफ आ रहे हैं.
ग्रीन पार्क मेगा वैक्सीनेशन कैंप पहुंचने वालों में से ज्यादातर लोग सीनियर सिटिजन हैं जो स्लॉट बुक कराकर थक चुके हैं लेकिन उन्हें वैक्सीनेशन का स्लॉट नहीं बुक हो रहा.
कानपुर नगर में 4329 डोज़ लगाए जाने हैं. जिसे लेकर सुबह से ही लोग वैक्सीनेशन सेंटर्स पर पहुंचना शुरू हो गए हैं. लेकिन आज महज 25 सेंटर्स पर ही टीकाकरण की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि बच्चों के टीकाकरण को लेकर भी स्टाफ को लगाया गया है जिसके चलते कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की यह दलील गले नहीं उतरती दिखती. अब देखने वाली बात होगी कि क्या ये टीकाकरण महाअभियान धीमा हो जाएगा या सरकार इसपर कुछ एक्शन लेगी.