जन्माष्टमी पर एक व्यक्ति पेड़ा लेकर आ गया था
उसको खाकर कुछ घंटे बेहोशी आ गई थी,
अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होरही है,
आप सबकी प्रार्थनाओं व भगवान की कृपासे आचार्य जी शीघ्र स्वस्थ होंगे@ani_digital
सीएम त्रिवेंद्र रावत हों या फिर खुद योगगुरू रामदेव सभी आचार्य का हाल लेने के लिए एम्स पहुंचे. आचार्य जल्द से जल्द ठीक हों ये कामना हर कोई कर रहा था. इस बीच कांग्रेस नेता किशोर उपाध्याय ने एक ट्वीट कर सोशल मीडिय़ा पर चल रही खबरों को हवा दे दी. उपाध्याय ने आशंका जाहिर की है कि आचार्य महज बिमार नहीं हैं बल्कि उनके साथ कोई साजिश की गई है. असल, में सोशल मीडिया में चर्चाएं इस तरह की हैं कि बालकृष्ण को किसी मिलने वाले ने एक मिठाई खिलाई, जिसके बाद उनकी हालत खऱाब हो गई. अब वह शख्स कौन था. क्या उसकी मंशा साफ थी, या मिठाई खाकर आचार्य का बीमार पड़ना महज एक इत्तेफाक भर था. हांलाकि खुद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी जांच से इनकार नहीं कर रहे हैं. योगगुरू रामदेव तो खुलकर आशंका भी जता रहे हैं और जांच की बात भी कह रहे हैं.
दरअसल, आचार्य की तबीयत खराब होने के पीछे जिस मिठाई को वजह माना जा रहा है. उसकी जांच के लिए एम्स की ओर से एंजाइम को दिल्ली भेजा गया है. अब सबकुछ उस रिपोर्ट पर निर्भर है, जो दिल्ली से आनी है.
एम्स के डीन एकेडममिक डॉक्टर मनोज गुप्ता की माने तो फिलहाल कुछ भी कह पाना संभव नहीं है. रिपोर्ट सामने आने के बाद ही ये पता लग पाएगा कि आचार्य की तबीयत खराब होने के पीछे वजह क्या थी. क्या वास्तव में बालकृष्ण किसी साजिश का शिकार हुए या फिर उस मिठाई (पेड़ा) में कुछ एसा था जो आचार्य को हजम नहीं हो पाया. चूंकि मामला बेहद हाई प्रोफाइल है, लिहाजा पुलिस के अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं. ऑफ द कैमरा उनका कहना है कि अभी तक मामले में किसी तरह की कोई शिकायत नही मिली है, लिहाजा कुछ भी करना और कहना जल्दबाजी होगी.