नई दिल्ली-खेलो इंडिया विंटर गेम्स का दूसरा संस्करण शुरु हो गया है। इन खेलों में प्रमुख रुप से स्नो शू रेस, आईस स्केटिंग, आईस हॉकी, स्कीइंग, नॉरडिक स्काई, स्नोबोर्डिग, स्काई माउंटनेरिंग और आईएस स्टॉक आदि शामिल हैं। खेलो इंडिया विंटर गेम्स के दूसरे सत्र का 26 फरवरी शुरु हुआ जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि गुलमर्ग में हो रहे ये खेल दिखाते हैं कि जम्मू कश्मीर शांति और विकास की नई बुलंदियां छूने के लिए तत्पर है। यह जम्मू कश्मीर में नया स्पोर्टिंग इको सिस्टम डिवेलप करने में मदद करेगा।
इस खेल से जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को भी नया उत्साह देखने को मिलेगा। कोरोना के चलते जो परेशानियां आईं वह भी पीछे छूट रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खेलो इंडिया विंटर गेम्स का दूसरा संस्करण शुरु हो रहा है।
ये इंटरनैशनल विंटर गेम्स में भारत की प्रभावी उपस्थिति के साथ ही जम्मू कश्मीर को इसका एक बड़ा हब बनाने की तरफ बड़ा कदम है। मैं जम्मू कश्मीर को और देशभर से आए सभी खिलाड़ियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
'स्पोर्ट्स साइंस और मैनेजमेंट पर होगा काम'
पीएम ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति है, उसमें भी स्पोर्ट्स को बहुत ज्यादा महत्व दिया गया है। पहले स्पोर्ट्स को सिर्फ Extra Curricular एक्टिविटी माना जाता था, अब स्पोर्ट्स पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा। अब स्पोर्ट्स की ग्रेडिंग शिक्षा में काउंट होगी। स्पोर्ट्स साइंस और स्पोर्ट्स मैनेजमेंट भी संस्थानों तक ले जाया जाएगा।
'मैदान में कमाल करने पर दुनिया में मिलती है पहचान'
जब आप खेलो इंडिया- Winter Games में अपनी प्रतिभा दिखाएं, तो ये भी याद रखिएगा कि आप सिर्फ एक खेल का ही हिस्सा नहीं हैं, बल्कि आप आत्मनिर्भर भारत के ब्रांड एंबेसेडर भी हैं। जो मैदान में कमाल करते हैं उससे भारत को दुनिया में पहचान मिलती है। मातृभूमि को मन में रखकर खेलें इससे खेल ही नहीं व्यक्तित्व भी निखरेगा।
'हार-जीत का कॉम्पटीशन नहीं है खेल'
टाइम पास नहीं जीत को दोहराना, टीम स्पिरिट, हारने पर फिर से प्रयास करना सीखते हैं। खेल आत्मविश्वास बढ़ाता है। विश्व में कोई देश सिर्फ आर्थिक और सामरिक चीजों से आगे बढ़ता है ऐसा नहीं है। एक वैज्ञानिक अपने काम से पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन कर देता है।
दुनिया के कई छोटे-छोटे देश में स्पोर्ट्स के कारण अपना नाम रोशन कर रहे हैं। सिर्फ हार-जीत का कॉम्पटीशन नहीं है। इसका एक वैश्विक रूप है।
खेलो इंडिया का दूसरा संस्करण जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में हो रहा है। खेलो इंडिया में देश के करीब 1200 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं। राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा भारतीय सेना तथा जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटनेरिग के एथलीट भी विंटर गेम्स में हिस्सा ले रहे हैं।
इसका आयोजन केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्रालय, जम्मू-कश्मीर खेल परिषद तथा जम्मू-कश्मीर विंटर गेम्स संघ के सहयोग से कर रहा है।