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  क्रिकेट के लिए बेटी की मौत का दर्द भुलाया और दमदार शतक लगाया 

[Edited By: Shashank]

Saturday, 26th February , 2022 03:56 pm

 

"प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को अलग-अलग रखना चाहिए" ये लाइन आपने कई लोगो से सुनी होगी, मगर इसपर अमल करना कितना मुश्किल है ये भी किसी से छिपा नहीं है। हाल ही में एक क्रिकेटर ने इसपर (प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को अलग-अलग रखना चाहिए) ऐसी स्थिति में अमल करके दिखाया है, जिसमे ज्यादातर लोग अपना सुध-बुध भूल जाते है। 

आपको जानकर हैरानी होगी कि रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के लिए खेलने वाले विष्णु सोलंकी ने चंडीगढ़ के खिलाफ शतक जड़ा है। शतक लगाने के बाद हर कोई विष्णु को सलाम कर रहा है। इस खिलाड़ी की नवजात बच्ची खराब सेहत के कारण इस दुनिया को छोड़ कर चली गई। बेटी के निधन ने विष्णु को झकझोर दिया था, लेकिन वे अपनी बेटी का अंतिम संस्कार कर मैदान पर उतरे और अपनी टीम के लिए शतक लगा दिया।

अपनी पारी में विष्णु ने 12 चौकों के साथ 104 रन बनाए। इसपर बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन ने अपनी प्रतिक्रिया में उन्हें रियल हीरो बताया। उनके मनोबल को देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया। वहीं, सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहे बल्लेबाज शेल्डन जैक्सन ने ट्वीट कर लिखा, 'मैं जितने खिलाड़ियों को जानता हूं शायद ही कोई इतना टफ प्लेयर हो। मेरी ओर से विष्णु और उनके परिवार को सलाम। मैं चाहूंगा कि अभी ऐसे और शतक उनके बल्ले से निकलते दिखें।'

इससे पहले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 1999 वर्ल्ड कप के दौरान अपने पिता प्रोफेसर रमेश तेंदुलकर के निधन के तुरंत बाद शतक बनाया था। सचिन ने केन्या के खिलाफ 101 गेंदों पर 140 रन की पारी खेली थी। उनके अलावा टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली के साथ भी रणजी मैच में कुछ ऐसा ही हुआ था। वे दिल्ली की टीम से खेल रहे थे कि अचानक उनके पिता का निधन हो गया। इसके बावजूद विराट बल्लेबाजी करने आए और बेहतरीन अर्धशतक लगाते हुए अपनी टीम को हार से बचाया। इसके बाद वे अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।

 

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