पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का एलान कर दिया है। अब रैना आईपीएल और घरेलू क्रिकेट खेलते हुए भी नहीं दिखेंगे। रैना ने 15 अगस्त 2020 को महेंद्र सिंह धोनी के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था। इसके बाद आईपीएल में उनका प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा था। इसी वजह से आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन में उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला। अब रैना ने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट को भी अलविदा कह दिया है। सुरेश रैना आईपीएल के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं और उन्हें मिस्टर आईपीएल भी कहा जाता था। हालांकि, बाद में उनका फॉर्म खराब हुआ और इस टूर्नामेंट में भी रैना संघर्ष करते नजर आए।
सुरेश रैना ने सोशल मीडिया पर अपने संन्यास की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा "मेरे देश और मेरे राज्य उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात रही। मैं क्रिकेट के सभी प्रारूपों से अपने संन्यास का एलान करना चाहूंगा। मैं बीसीसीआई, उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन चेन्नई सुपर किंग्स, राजीव शुक्ला सर और अपने सभी फैंस को धन्यवाद कहना चाहूंगा।"
सुरेश रैना ने अपने पसंदीदा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था। इसके पीछे रैना ने कई कारण बताए थे। उन्होंने एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए कहा था- हमने पहले ही 15 अगस्त के दिन रिटायर होने का प्लान बनाया था। धोनी की जर्सी का नंबर 7 है और मेरी 3 है। इसे मिलाकर 73 बनाते हैं। 15 अगस्त, 2020 को भारत ने आजादी के 73 साल पूरे किए। इसलिए इससे बेहतर दिन नहीं हो सकता था।
रैना ने कहा था- धोनी ने अपने करियर की शुरुआत 23 दिसंबर (2004) को बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में की थी, जबकि मैंने अपना डेब्यू 30 जुलाई (2005) को श्रीलंका के खिलाफ किया था। हम दोनों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगभग एक साथ शुरुआत की, सीएसके में साथ रहे और इसलिए अब हम एक साथ रिटायर हुए।
रैना ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी-20 मुकाबले खेले। टेस्ट में रैना के नाम एक शतक के साथ 768 रन हैं। 226 वनडे मैचों में रैना ने पांच शतक की मदद से 5615 रन बनाए। वहीं, 78 टी-20 मुकाबलों में रैना ने भारत के लिए 1604 रन बनाए। इसमें एक शतक भी शामिल है। रैना तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए शतक लगाने वाले चुनिंदा बल्लेबाजों में से हैं।
सुरेश रैना के नाम आईपीएल में कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। उन्होंने प्लेऑफ में सबसे ज्यादा रन (714) प्लेऑफ और फाइनल मैच को मिलाकर सबसे ज्यादा छक्के (40) सबसे ज्यादा चौके (51) सबसे ज्यादा अर्धशतक (7) सबसे तेज अर्धशतक (16 गेंद) और पावरप्ले में सबसे बड़ा स्कोर (87 रन) भी बनाया है। वे एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने आईपीएल के फाइनल, क्वालीफायर और एलिमिनेटर मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता है।
रैना को क्रिकेट खेलने के लिए ही क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा करनी पड़ी है। इस एक वाक्य में बहुत कुछ छिपा है। रैना ने फिलहाल के लिए भारतीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। वे अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई से संबद्ध रखने वाले किसी टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे।
दरअसल, सुरेश रैना अलग-अलग लीग में खेलना चाहते हैं और वे 10 सितंबर से शुरू हो रही रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का भी हिस्सा होंगे। हालांकि, बीसीसीआई की पॉलिसी कहती है कि वो खिलाड़ी जो किसी भी प्रकार से बीसीसीआई से जुड़ा है, वो किसी भी विदेशी लीग या फिर किसी अन्य टूर्नामेंट में नहीं खेल सकता। बीसीसीआई किसी भी क्रिकेटर को अन्य टूर्नामेंट या लीग में खेलने की अनुमति नहीं देती है।
सुरेश रैना को भी क्रिकेट खेलने के लिए ही क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा करनी पड़ी है। रैना अब दुनिया की किसी भी टी20 या टी10 लीग में खेल सकते हैं और वे किसी अन्य टूर्नामेंट में भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। ऐसे में वे अब कभी आईपीएल में भी खेलते हुए नजर नहीं आएंगे। 15 अगस्त 2020 को सुरेश रैना ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था, जब एमएस धोनी ने रिटायरमेंट का ऐलान किया था।
रैना आईपीएल 2020 में नहीं खेले थे, लेकिन 2021 के सीजन में वे चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा थे। हालांकि, आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन से पहले न तो चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें रिटेन किया था और न ही किसी टीम ने उनको खरीदा था। ऐसे में वे कमेंटेटर के तौर पर आईपीएल में जुड़े थे और क्रिकेट की दुनिया से दूर हो गए थे। हालांकि, वे अभी भी क्रिकेट खेलना चाहते हैं, लेकिन भारत में बीसीसीआई से जुड़े टूर्नामेंट में उनको मौका नहीं मिल रहा। ऐसे में उन्होंने भारतीय क्रिकेट से रिटायरमेंट लेकर विदेशी लीग में खेलने की इच्छा जताई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कुछ विदेशी लीगों में खेलने के लिए उनकी बात भी चल रही है।