लखनऊ- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उस वक्त सनसनी फैल गई। जब वीवीआईपी इलाके में नौकर की हत्या कर दी गई। घटना कैंट थाना क्षेत्र के वीवीआइपी इलाके की है। रेलवे के रेस्ट हाउस में डिप्टी चीफ इंजीनियर पुनीत के घर में नौकर बृजमोहन के गला काट कर हत्या कर दी गई। नौकर बृजमोहन के दोनों हाथ बंधे हुए गला कटा हुआ पाया गया है। हाई सिक्योरिटी जोन में मर्डर की सूचना मिलते ही मौके पर आला अधिकारी पहुंच गए हैं। पुलिस डॉग स्क्वायड की मदद से हत्या किए जाने की जांच करने में जुट गई है।
दरअसल, पुनीत कुमार रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर के पद पर तैनात हैं, वे कैंट इलाके में रहते हैं। उनका नौकर ब्रजमोहन रेलवे कॉलोनी में आवंटित आवास में रहता था। बीते पांच सालों से उनके यहां काम करता था। वह फिरोजाबाद जिले के कोल्हामाई का रहने वाला था। पुनीत के पड़ोस में रहने वाले के नौकर ने जब उनके घर के बाहर खून देखा तो उसने लोगों को जुटाया। जिसके बाद उन लोगों ने पुलिस को सूचना दी। विनय ने बताया कि वह दोपहर में पान मसाला खाने के लिए घर से बाहर निकला था। वह सीढ़ियों पर चढ़ रहा था तो उसे खून दिखा। उसने अपने मालिक की पत्नी को बताया। इसके बाद कॉलोनी के ट्रैफिक इंस्पेक्टर को बुलाकर लाया गया। तब उन्होंने पुलिस को सूचना दी। लोग जब पुनीत के घर में पहुंचे तो ब्रजमोहन का शव पड़ा मिला। उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे।
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि, एक बजे के करीब इंजीनियर का ड्राइवर लंच लेने आया था, तब घर पर दूसरे कमरे में इंजीनियर के फूफा ड्राइंग रूम में मौजूद थे। उन्हे कम सुनाई पड़ता है। उन्होंने अपना एक दरवाजा अंदर से बंद कर रखा था और उस रूम का दूसरा जो एंट्री गेट है, उसको बाहर से बंद कर दिया गया था। मृतक के बगल में पानी को गर्म करने वाली रॉड पड़ी थी, जिसको गर्म करके मृतक के गले पर लगाए जाने की संभावना है। संभावना है कि नौकर के परिचित लोगों ने ही घटना को अंजाम दिया है। संभव है कि रुपए के बंटवारे के समय विवाद हुआ और बृजमोहन की हत्या कर दी गई। फिलहाल दो ऐसे टिफिन मिले हैं, जिसे पुनीत ने अपना होने से मना किया है। CCTV फुटेज, मोबाइल के लोकेशन के आधार पर घटना का अनावरण करने के लिए टीमें लगाई गई हैं। क्या सामान गया है? कितना कैश गया है? यह अभी पुनीत ने नहीं बताए है। पुनीत मूलतः शाहजहांपुर के रहने वाले हैं। उनका परिवार वहीं पर मौजूद है। सरकारी आवास में पुनीत और उनके फूफा ही मौजूदा समय पर रह रहे थे। पुनीत ऑफिस में थे जब घटना हुई।