यूपी के बहराइच जिले में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने राज्य की लचराती कानून व्यवस्था की पोल खोल दी. यहां कुछ लोगों ने दबंगई दिखाते हुए कानून को हाथ में ले लिया और छेड़छाड़ के आरोपी युवक को पीटते हुए कानूनगोपुरा चौकी ले गए. वर्दीवालों के सामने ही भीड़ उसकी पिटाई करती रही. केवल यही नहीं युवक को बेरहमी से पूरी चौकी में दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया.
आरोपी अपनी जान बचाने के लिए चौकी इंचार्ज के कमरे में घुस गया, दबंगों की भीड़ वहां से भी युवक को बाहर निकालकर ले आई और पीटने लगी.
बता दें चौकी में इस मारपीट के दौरान न तो चौकी इंचार्ज थे और न कोई सिपाही. खाकी वर्दी मे तैनात होमगार्ड के सिपाही उग्र भीड़ के सामने बेबस होकर खड़े रहे. इस मामले में सीओ सिटी टीएन दुबे का कहना है की कोनूनगोपुरा चौकी का एक वीडियो वायरल हुआ है जो मामला छेड़खानी का नहीं आपसी कहासुनी का है. फिलहाल शिकायत मिलने पर मामले की जांच की जा रही है.
अगर यह मामला छेड़खानी का नहीं है आपसी कहा सुनी का है तो इस युवक की भीड़ ने इतनी पिटाई क्यों की? अगर मामला आपसी कहा सुनी का था भी तो दबंगों ने कैमरे के सामने युवती को परेशान करने का आरोप क्यों लगाया? बडा सवाल अगर भीड़ द्वारा पिटाई में चौकी परिसर में ही युवक की मौत हो जाती तो उसका जिम्मेदार कौन होता?