लखनऊ में विभूतिखंड में भीड़भाड़ वाले कठौता चौराहे पर बुधवार शाम गैंगवार के दौरान 35 राउंड फायरिंग से राजधानी थर्रा उठी। फायरिंग में मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना के पूर्व प्रमुख अजीत सिंह की हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार, अजीत को आठ से दस गोलियां लगी हैं। वहीं, उसके साथी मोहर सिंह और वहां से गुजर रहे डिलीवरी ब्वॉय को गोली लगी।
लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अजीत मूलरूप से मऊ के भदीड़ गांव का रहने वाला था> वह पूर्व ब्लॉक प्रमुख रहा है। बुधवार रात करीब आठ बजे अजीत सिंह अपने साथी मोहर सिंह के साथ किसी काम से कटौता चौराहे के पास आया था। इसी दौरान घात लगाए तीन बदमाशों ने गोलियां बरसा दीं। इस दौरान करीब 25 से 30 राउंड गोलियां चलीं । जिससे चौराहे पर भगदड़ मच गई और दुकानदार दुकानें बंद कर भागने लगे। अजीत लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा। वहीं तीनों आरोपी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अजीत के खिलाफ मऊ व आजमगढ़ में पांच हत्या सहित 17 केस दर्ज हैं। पिछले दिनों उसके खिलाफ पुलिस ने अपनी रिपोर्ट दी थी, जिसके आधार पर मऊ जिला प्रशासन ने दिसंबर में उसे जिलाबदर कर दिया था। इसके बाद से ही वह लखनऊ में रहता था।
घटना स्थल से सीसीटीवी फुटेज में पुलिस को तीन बदमाश बाइक से भागते दिखे हैं। वहां मौजूद लोगों का कहना था कि यहां काली गाड़ी से अजीत सिंह अपने साथी मोहर सिंह के साथ पहुंचे थे। दोनों गाड़ी से उतरकर थोड़ी दूर चले ही थे कि दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ उनपर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।