यूपी की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली उन्नाव की पीड़िता के रिश्तेदारों की हादसे में मौत कई सवाल खड़े कर रही है। पीड़िता भी रविवार को दुर्घटना में घायल हो गई थी। मामला इतना हाई प्रोफाइल है, इसलिए इस पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ राजनीतिक आरोप हैं, कई तरह के सवाल हैं और जिस तरह से हादसा हुआ है उससे कई इत्तेफाक भी जुड़ते नज़र आ रहे हैं...जो एक साजिश की तरफ इशारा कर रहे हैं।
यूं तो पहली नजर में ये एक आम सड़क हादसा नजर आया लेकिन जब कार में सवारियों की पहचान होनी शुरू हुई तो इसके तार एक साल पहले उन्नाव के बहुचर्चित रेप कांड के पन्ने पलटने लगे। जिस रेप कांड ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को लेकर योगी सरकार के कानून सिस्टम को कटघरे मे खड़ा किया था उसी रेप कांड की पीड़िता इस हादसे की शिकार हुई। घायल पीड़िता लखनऊ के केजीएमयू में ट्रॉमा सेंटर में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है। पीड़िता की चाची और मौसी ने हादसे में दम तोड़ दिया, वहीं केस के वकील की हालत भी बेहद नाजुक है।
केस दर्ज कराने के लिए लड़नी पड़ी थी लंबी लड़ाई
उन्नाव गैंगरेप केस में पीड़िता को न्याय के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी है। काफी शिकायतों के बाद भी पुलिस मामले को टरकाने में जुटी रही। इसके बाद पीड़िता द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लखनऊ स्थित सरकारी आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश किए जाने के बाद यह मामला उछला। इसके बाद सीएम की सख्ती पर पुलिस ने कार्रवाई तेज की। विधायक सेंगर गिरफ्तार हुए और हाई कोर्ट की सख्ती पर सीबीआई ने जांच तेज की।
पीड़िता के पिता की मौत
पीड़िता ने वर्ष 2017 में उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इस मामले में सेंगर की गिरफ्तारी के बाद पीड़ित परिवार के लिए मुश्किलें और बढ़ गईं। उन्हें लगातार धमकियां मिलने लगीं। इस बीच, पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। पिता को उन्नाव जिला जेल से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां उनकी मौत हो गई। उन्हें पिछले साल 5 अप्रैल को आर्म्स ऐक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में फजीहत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया था कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में विधायक सेंगर के भाई समेत 5 लोगों का नाम शामिल किया था।
उन्नाव गैंगरेप की पीड़ित लड़की के पिता की मौत के चश्मदीद गवाह यूनुस की भी अचानक मौत हो गई। बताया गया कि वह अचानक बीमार हो गया था। बाद में यूनुस के परिजनों ने भी उसके शव को बगैर पोस्टमॉर्टम कराए जल्दबाजी में दफना दिया। बता दें कि यूनुस की मौत 18 अगस्त हो गई थी, जो उन्नाव कांड में मुख्य गवाह था। उसकी मौत के बाद पीड़ित के चाचा ने एसपी उन्नाव हरीश कुमार से दोबारा पोस्टमॉर्टम कराए जाने की गुहार लगाई थी।
इस मामले में अब नया 'हादसा' हो गया है। रविवार को हुए इस हादसे में एक बेकाबू ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी। इसमें उन्नाव दुष्कर्म मामले की पीड़िता, उसके रिश्तेदार और वकील बैठे हुए थे। इस घटना में पीड़िता की चाची और एक अन्य रिश्तेदार की मौत हो गई, जबकि पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हो गए।