एक वीडियो सामने आया है, जिसमे धर्मांतरण को लेकर सीनियर आईएएस इफ्तिखारुद्दीन सोमवार को अपने सरकारी आवास में एक धर्मगुरु के साथ इस्लाम धर्म अपनाने के लाभ बताते हुए दिखा। कई मनगढ़ंत कहानियां बताते हुए, कुछ लोगों को इस्लाम धर्म अपनाने के फायदे गिना रहे हैं। वीडियो में जमीन पर बैठे दिखे आईएएस, इस्लामिक वक्ता ने सुनाई कहानी साथ ही प्रवक्ता ने कहा कि इस्लाम में बहन-बेटियों को जलाया नहीं जाता। अल्लाह ने हमें उत्तर प्रदेश के तौर पर ऐसा सेंटर दिया है, जहां से पूरे देश और दुनिया में काम कर सकते हैं। आईएएस इफ्तिखारुद्दीन वहां लोगों को इस्लामिक कट्टरता का पाठ पढ़ाते हुए कहा "ऐलान करो दुनिया के इंसानों से कि अल्लाह की बादशाहत और निजामियत पूरी दुनिया में कायम करनी है"।
आईएएस इफ्तिखारुद्दीन वीडियो में पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की किताब के बारे में बता रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा ऐलान करो, बताओ पूरी दुनिया के इंसानों को कि अल्लाह और रसूल के मिशन को आगे बढ़ाएं। अल्लाह के नूर का ईद नाम होना है। पूरे जमीं पर अल्लाह का निजाम दाखिल होना है। यह कैसे होगा? यहां पर जो इंसान बैठे हैं, इनको यह काम करना चाहिए। जरूर करना चाहिए, नहीं तो अल्लाह इनको पकड़ेगा।
उत्तर प्रदेश के सीनियर आईएएस मो. इफ्तिखारुद्दीन के कानपुर में सरकारी आवास में धर्मांतरण की पाठशाला के वायरल वीडियो को शासन ने संज्ञान लिया। शासन के आदेश पर कानपुर पुलिस कमिश्नर ने इस वीडियो की जांच कराने के आदेश दिए हैं। एडिशनल डिप्टी कमिश्ननर पूर्वी सोमेंद्र मीणा को मामले की जांच दी गई है।
कानपुर आयुक्त आवास में लिए गए #IAS मो. इफ्तिखारुद्दीन के एक वायरल हुए वीडियो की जांच @kanpurnagarpol के ADCP East को दी गई है, जांच की जा रही है कि क्या वीडियो सही है और क्या इसमें कोई अपराध हुआ है। @Uppolice
— POLICE COMMISSIONERATE KANPUR NAGAR (@kanpurnagarpol) September 27, 2021
मो. इफ्तिखारुद्दीन वर्तमान में उत्तर प्रदेश स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के चैयरमेन के पद पर लखनऊ में तैनात हैं। कानपुर कमिश्नर रहने के दौरान अपने सरकारी आवास में इस तरह की बैठक उनके लिए आम हो गई थी। वह इसमें कट्टरता का पाठ पढ़ाते थे। कानपुर ही नहीं कई राज्यों से इस तरह की बैठक में शामिल होने के लिए लोग आते थे। बंगला खाली करने के बाद सफाई हुई तो धर्म के प्रति कट्टरता को बढ़ावा देने वाला साहित्य भारी मात्रा में मिला था। मगर अफसर होने के चलते मामले को दबा दिया गया था। इस पूरे मसले पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का कहना है कि यह एक गंभीर मामला है। अगर ऐसा कुछ है, तो उसको गंभीरता से लिया जाएगा मठ एवं मंदिर समन्वय समिति के अध्यक्ष भूपेश अवस्थी ने इस मामले की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की है।