नई दिल्ली के बदनाम रेडलाइट एरिया जीबी रोड के एक कोठे से दिल्ली महिला आयोग और दिल्ली पुलिस ने मिलकर एक 7 साल की एक मासूम बच्ची को मुक्त कराया है। बच्ची की मां ने आयोग में शिकायत दर्ज की थी कि उससे जबरन देह व्यापार करवाया गया और उसकी बच्ची को कोठे की मालकिन ने छीन लिया।
महिला की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर कोठे की मालकिन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दिल्ली महिला आयोग में पूजा (बदला हुआ नाम) नाम की एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई। महिला ने बताया कि वह असम की रहने वाली है। एक महीने पहले दीपक नामक शख्स उसे, उसके पति और 7 साल की बेटी के साथ नौकरी दिलाने के नाम पर अपने साथ दिल्ली लेकर आया, जब पूरा परिवार पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे, तो दीपक ने उन्हें फराह नामक एक महिला से मिलवाया।
आगे की कहानी जानकर आपकी रुह कांप उठेंगी-
फराह और दीपक उन्हें मजनू का टीला ले गए जहां पर दीपक रहता था। फराह ने पूजा से कहा कि वह एक होटल में उसको नौकरी दिलवाएगी। फराह ने बेटी को स्कूल में दाखिला दिलाने के बहाने पूजा से कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करवाए और उसके पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक सहित उसके सभी दस्तावेज ले लिया।
2-3 दिनों के बाद, फरहा पूजा को 7 साल की बेटी के साथ जीबी रोड ले गयी। उसने पूजा को बताया कि उसकी बेटी को एक हॉस्टल में रखेंगे और उसे पढ़ाई के लिए एक स्कूल में भर्ती कराया जाएगा। मगर उसकी बेटी को महिमा नामक एक महिला के घर पर रखा गया। जीबी रोड पर फराह ने पूजा को जबरन देह व्यापार में धकेल दिया और उसे धमकी दी कि अगर वह उसकी बात नहीं मानेगी तो उसकी बेटी और पति को मार दिया जाएगा.
शिकायतकर्ता ने दिल्ली महिला आयोग को बताया कि जीबी रोड पर उसके साथ कई दिनों तक बलात्कार किया गया और 3 जुलाई से लेकर 30 जुलाई तक तक रोजाना 15-20 'कस्टमर' के पास भेजा गया। इसके बाद महिला अपने पति की मदद से किसी तरह जीबी रोड से भागने में सफल रही और उन्होंने तुरंत आयोग से शिकायत की।
आयोग ने एक टीम बनाई और कमला मार्केट पुलिस स्टेशन में संपर्क किया। जब आयोग और दिल्ली पुलिस की टीम जीबी रोड पर पहुंची, तो बच्ची वहां पर नहीं थी। काफी दबाव के बाद, महिला बच्ची को सामने लाई। महिला और उसकी बेटी को कमला मार्केट थाने लाया गया। बेटी को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया और फिलहाल उसे आश्रय गृह भेज दिया गया है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, 'दिल्ली मानव तस्करी और देह व्यापार का केंद्र बन गया है। महिलाओं और लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर दूसरे राज्यों से दिल्ली लाया जाता है, जहां उनमें से कई को देह व्यापार में धकेल दिया जाता है। जीबी रोड पर 7 साल की बच्ची भी सुरक्षित नहीं है। जीबी रोड स्थित कोठों को तत्काल ध्वस्त किया जाना चाहिए, तस्करों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।