भारत में लगातार कोरोना के नए मामलों के बीच अभी भी एक बड़ा सवाल है कि आखिर कोरोना की वैक्सीन कब तक भारत आएगी। इस सवाल का जवाब मिल गया है। अगले साल 2021 के फरवरी में भारत बायोटेक कंपनी कोवैक्सीन को लॉन्च करने वाली है। लेकिन इसको लेकर कई तरह के सवाल है कि आखिर सबसे पहले किन लोगों को यह वैक्सीन दी जाएगी और क्या इस वैक्सीन के लिए आधार कार्ड जरूरी होगा और यह वैक्सीन कितने रुपए में लगाई जाएगी।
देश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत तक वैक्सीन आ जाएगी। भारत बायोटेक अगले साल के फरवरी तक अपनी वैक्सीन 'कोवैक्सीन' लॉन्च कर सकती है। वैक्सीन के ऐलान के बाद ही भारत ने कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान की तैयारी शुरू दी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग 30 करोड़ लोगों के लिए 60 करोड़ टीके की जरूरत पड़ेगी। बता दें कि वैक्सीन आने पर देश के 30 करोड़ लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। ऐसे में सबसे पहले वैक्सीन पाने वाले 30 करोड़ लोग कौन होंगे और किसे प्राथमिकता दी जाएगी, इसके लिए सरकार ने चार कैटेगरीज तैयार की है।
कोरोना वैक्सीन की किसे कितनी जरूरत है इसके लिए एक फ्रेमवर्क तैयार किया गया है। इसमें तय गया है कि पहले किसे वैक्सीन देनी है। ऐसे में वैक्सीन को लेकर प्रॉयरिटी लिस्ट में चार कैटेगरीज हैं-
एक करोड़ हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स : संकट की घड़ी में अपनी जान की परवाह किए बिना दिन रात लोगों को बचा रहे कोरोना वॉरियर्स को सबसे पहले यह वैक्सीन दी जाएगी। इनमें डॉक्टर, नर्स और आशा वर्कर्स के अलावा एमबीबीएस के छात्र भी शामिल हैं। बता दें कि इस समय देश में एक करोड़ से अधिक हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स हैं।
दो करोड़ से ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर्स: हेल्थकेयर वर्कर्स के बाद इस वैक्सीन की सबसे ज्यादा जरूरत देश के 2 करोड़ से ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर्स को हैं। इसमें नगर निगम के कर्मी, पुलिसकर्मी और सशस्त्र बलों से संबंधित कर्मियों को शामिल किया गया है।
50 साल से ज्यादा उम्र के 26 करोड़: हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद बुजुर्गों को कोरोना से संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है, इसलिए 50 साल से ज्यादा उम्र वाले करीब 26 करोड़ लोगों को यह वैक्सीन दी जाएगी। इसका मतलब यह है कि जिनकी उम्र 50 साल या इससे अधिक होगी उसे प्राथमिकता दी जाएगी।
स्पेशल कैटेगरी के 1 करोड़ लोग: इस श्रेणीमें उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जो 50 साल से कम उम्र के हैं मगर पहले से ही किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं।
इन लोगों को मिलेगी फ्री वैक्सीन: लोगों को फ्री वैक्सीन देने के लिए उन्हें आधार कार्ड के जरिए ट्रैक किया जाएगा। हालांकि फ्री वैक्सीन के लिए आधार का होना जरूरी नहीं है। वहीं अगर किसी के पास आधार कार्ड नहीं भी है तब भी वह टीका पा सकता है लेकिन ऐसी स्थिति में उसके पास कोई भी सरकारी पहचान पत्र होना चाहिए जिसमें उसकी फोटो भी लगी हो।
वहीं दूसरी तरफ इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन भी कह चुके हैं कि राज्यों को वैक्सीन की प्राथमिकता सबसे पहले लाभार्थियों को दी जाएगी। इसमें एमबीबीएस डॉक्टर, छात्र, पुलिस स्टाफ शामिल होगा।
वहीं दूसरी तरफ इस वैक्सीन को लेकर अभी तक 4 तरह की कैटेगरी में बांटा गया है। जिसमें सबसे पहले एक करोड़ हेल्थ केयर पेशेवर शामिल हैं। दूसरे दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। उसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी और इसके अलावा स्पेशल कैटेगरी के लोगों को भी यह वैक्सीन दी जाएगी।
देशभर में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। भारत में कोरोना से 84,62,081 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 1,25,562 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि 78,19,887 इस वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना को मात देकर ठीक होने वालों की संख्या सक्रिय मामलों की संख्या से अधिक है। सक्रिय मामलों की कुल संख्या 5,16,632 है।