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भारत में फरवरी महीने से दी जा सकती है कोरोना की वैक्सीन

[Edited By: Rajendra]

Thursday, 5th November , 2020 04:34 pm

पूरा देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है। हर किसी को कोरोना की वैक्सीन का इतंजार है। आइसीएमआर से जुड़े एक सीनीयर भारतीय वैज्ञानिक ने समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में बताया कि साल 2021 के फरवरी तक भारत में कोरोना वैक्सीन की शुरूआत की जा सकती है। भारत बायोटेक एक निजी कंपनी जो सरकार द्वारा संचालित आइसीएमआर के साथ COVAXIN विकसित कर रही है। जो कि अगले साल की दूसरी तिमाही में ही लॉन्च होने की उम्मीदी की थी। COVID 19 टास्क फोर्स से जुड़े आइसीएमआर के सीनियर वैज्ञानिक रजनी कांत ने बताया कि वैक्सीन ने अच्छी प्रभावशीलता दिखाई है।

कहा जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन फरवरी में आती है तो इसकी लॉन्चिंग अनुमानित समय से काफी पहले होगी, क्योंकि अबतक कहा जा रहा था कि यह वैक्सीन अगले साल की दूसरी तिमाही यानी 2021 के अप्रैल से जून के बीच आएगी।

इससे पहले भारत बायोटेक के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी निदेशक साई प्रसाद ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा था कि आखिरी चरण के ट्रायल्स में वैक्सीन की प्रभावकारिता और सुरक्षित होने का मजबूत डेटा स्थापित करने के बाद अगर हमें अप्रूवल मिल जाता है तो हमारा लक्ष्य साल 2021 की दूसरी तिमाही तक वैक्सीन लॉन्च करने का है।

भारत बायोटेक के अधिकारी ने कहा था कि कंपनी का फोकस फिलहाल देशभर में वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल को सफलतापूर्वक पूरा करने पर है। बता दें कि भारत बायोटेक ने Covaxin को राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) में विकसित SARS-Cov-2 के इनएक्टिवेटेड स्ट्रेन से तैयार किया गया है। ट्रायल पूरा होने पर नियामक की मंजूरी ली जाएगी और मंजूरी के साथ ही वैक्सीन लॉन्च करने की योजना है।

साई प्रसाद ने सोमवार को बताया था कि कि वैक्सीन के फेज तीन ट्रायल की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। देश के 14 राज्यों में से करीब 30 जगहों पर वैक्सीन का ट्रायल किए जाने की योजना है। हर वॉलेंटियर को वैक्सीन या प्लेसीबो की दो डोज दी जाएंगी। कंपनी का यह भी कहना है कि हर अस्पताल में करीब दो हजार वॉलेंटियर्स ट्रायल में शामिल होंगे।

भारत बायोटेक की योजना है कि सरकार के अलावा निजी कंपनियों को भी कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति की जाएगी। प्रसाद ने कहा, 'हम सरकारी और निजी, दोनों बाजारों को वैक्सीन सप्लाई करने की संभावना पर विचार कर रहे हैं। बाकी देशों से भी संभावित आपूर्ति को लेकर कंपनी चर्चा के शुरुआती चरण में हैं। वैक्सीन की कीमत के सवाल पर उन्होंने कहा है कि कीमत अभी तय नहीं की गई है। 

देश में Covaxin के अलावा दो और कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। इनमें ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की 'Covishield' और जायडस कैडिला की ZyCoV-D वैक्सीन भी शामिल हैं। कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है। इन तीनों वैक्सीन के अलावा रूस की पहली वैक्सीन Sputnik V के भी अंतिम चरणों के ट्रायल में है। देश में दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल के बाद ही इस वैक्सीन को लॉन्चिंग की अनुमति मिल पाएगी। 

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