ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय टीम 90 मिनट में सिमट गई। मजबूत बल्लेबाजी क्रम का तमगा लेकर ऑस्ट्रेलिया सरजमीं पर पहुंची भारतीय टेस्ट टीम ने शनिवार को वो रिकॉर्ड अपने नाम किया है जो दुनिया की कोई भी टीम नहीं करना चाहेगी। टीम इंडिया दूसरी पारी में 9 विकेट गंवाकर 36 रन ही बना सकी।
आखिर में मोहम्मद शमी चोटिल होकर रिटायर हुए। ऑस्ट्रेलिया के सामने मैच जीतने के लिए 90 रन का टारगेट है। मेजबान टीम के जोश हेजलवुड ने 5 और पैट कमिंस ने 4 विकेट लिए। तीसरे दिन भारतीय टीम ने एक विकेट पर 9 रन से आगे खेलना शुरू किया। इसके बाद टीम ने 10 रन बनाने में 5 विकेट गंवा दिए। टीम इंडिया का कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकाड़ा पार नहीं कर पाया। अग्रवाल ने सबसे ज्यादा 9 रन बनाए, जबकि विहारी 8 रन बनाने में कामयाब रहे। पुजारा, रहाणे और अश्विन खाता भी नहीं खोल पाए। इस शर्मनाक प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर टीम इंडिया का जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है।
इससे पहले भारत का न्यूनतम स्कोर 42 रन था जो उसने इंग्लैंड के खिलाफ 1974 में लॉर्ड्स में बनाया था। यह टेस्ट क्रिकेट में पांचवां न्यूनतम स्कोर है। न्यूनतम स्कोर का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम पर है, जिसने 1955 में इंग्लैंड के खिलाफ आकलैंड में 26 रन बनाये थे। भारत का टेस्ट में अबतक तीसरा सबसे कम स्कोर भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दर्ज है, जो उसने 28 नवंबर 1947 को ब्रिस्बेन में बनाया था।
भारत ने उस मैच की पहली पारी में 58 रन बनाए थे। भारत ने 17 जुलाई 1952 को इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में भी 58 रन ही बना पाए थे।इसके बाद भारत ने 1996 में 26 दिसंबर को डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 66 रन बनाए थे। यह अब भारत का टेस्ट में सबसे कम स्कोर की सूची में चौथे नंबर है। भारत का टेस्ट में पांचवां सबसे कम स्कोर 67 है और यह भी उसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था। भारत ने छह फरवरी 1948 में मेलबर्न में यह स्कोर बनाया था।