फिल्म 'मसान' की शालू गुप्ता हो या 'हरामखोर' की संध्या, अपने हर किदार से दर्शकों दिलों में खास जगह बना चुकीं अभिनेत्री श्वेता त्रिपाठी को गोरा करने वाली क्रीम के विज्ञापनों से परहेज है। तमाम एड फिल्मों में काम कर चुकीं श्वेता को भ्रामक सूचनाएं फैलाने वाली कंपनियां बिल्कुल भी पसंद नहीं हैं। श्वेता पिछले दिनों फिल्म 'गॉन केश' में नजर आईं थीं।
श्वेता ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि मैं उन दिनों ग्रेजुएशन में पढ़ रही थी तभी मैंने 'इकबाल' फिल्म देखी। इस फिल्म को देखने के बाद मैंने अपना करियर डिसाइड कर लिया था। मैं एक्ट्रेस बनना चाहती थी। मॉडलिंग के साथ-साथ मैंने एक्टिंग सीखी तो कई एड-फिल्मों में काम मिलना शुरु गया। साल 2011 में मैंने 'तृष्णा' फिल्म के लिए ऑडिशन दिया था इस फिल्म में मुझे छोटा सा रोल मिला जिसमें मेरा नाम श्वेता ही था। तृष्णा के बाद मुझे 'मसान' और 'सुजाता' फिल्म में काम मिला।
श्वेता त्रिपाठी से कुछ सवाल-जवाब...
- एक्टिंग में आने की तमन्ना कैसे जागी, हिंदी सिनेमा में आपको पहला ब्रेक कैसे मिला?
- मैं उन दिनों ग्रेजुएशन में पढ़ रही थी तभी मैंने 'इकबाल' फिल्म देखी। इस फिल्म को देखने के बाद मैंने अपना करियर डिसाइड कर लिया था। मैं एक्ट्रेस बनना चाहती थी। मॉडलिंग के साथ-साथ मैंने एक्टिंग सीखी तो कई एड-फिल्मों में काम मिलना शुरु गया। साल 2011 में मैंने 'तृष्णा' फिल्म के लिए ऑडिशन दिया था इस फिल्म में मुझे छोटा सा रोल मिला जिसमें मेरा नाम श्वेता ही था। तृष्णा के बाद मुझे 'मसान' और 'सुजाता' फिल्म में काम मिला।
- विक्की कौशल के साथ 'मसान' में काम करने का कैसा अनुभव रहा?
विक्की के साथ जब मैं 'मसान' फिल्म में काम कर रही थी तभी मैंने उनके एक्टिंग के जुनून को समझ लिया था। मैं जानती थी कि विक्की जल्द ही स्टार बन जाएंगे। आखिर उन्होेंने वो कर दिखाया। मुझे 'उरी ' फिल्म में विक्की की एक्टिंग लाजवाब लगी।
- ऑडिशन देने में आपको कभी रिजेक्ट किया गया?
मैंने कई फिल्मों के लिए ऑडिशन दिया है कई बार रिजेक्ट भी हुई हूं। फिल्मों में काम पाना इतना आसान नहीं था जितना मैं पहले समझती थी। दिल्ली से जब मुंबई शिफ्ट हुई तो मुझे यही लगता था कि मैं जल्द ही स्टार बन जाऊंगी। अभी भी मेरा संघर्ष जारी है।
- एक एक्टर को हर तरह का दौर बॉलीवुड में देखने को मिलता है आपको कब लगा कि आपसे एक्टिंग अब नहीं हो पाएगी?
मैं पिछले 8-9 सालों से बॉलीवुड में हूं। किरदार में खुद को ढालना और डायरेक्टर के अनुसार काम करना मुश्किल होता है। मुझे आज भी याद जब मैं मसान फिल्म की शूटिंग कर रही थी मैं डायलॉग डिलीवरी करने में कई टेक ले रही थी जिसके बाद मुझे मेरे डायरेक्टर नीरज धेवन ने डांट लगाई आखिर उस डांट का असर हुआ और इस फिल्म से मैंने अपना बेस्ट करके दिखाया और मुझे पहचान मिल गई। मसान में शालू का रोल करना मेरे लिए कठिन था क्योंकि कहानी के अनुसार शालू के किरदार पर खुद को ढालने में मुझे काफी वक्त लगा।
- जब आप दिल्ली से मुंबई एक्ट्रेस बनने आईं तो घरवालों का कैसा रिएक्शन था?
मेरे घरवालों ने मेरा पूरा सपोर्ट किया और आज भी करते हैं। मेरे पापा रिटायर्ड आईएएस और मां टीचर हैं। पहले तो सभी यही कहते थे कि मैं ये सब करूंगी कैसे लेकिन बाद में मेरी फिल्में देखने के बाद परिवारवाले मेरे काम की तारीफें करने लगे।
- आपके फेवरेट एक्टर कौन हैं, भविष्य में किसके साथ काम करना ज्यादा पसंद करेंगी?
मेरे फेवरेट एक्टर नसीरुद्दीन शाह हैं, मैं तो यही चाहती हूं कि मुझे उनके साथ किसी फिल्म में ऐसा रोल मिले जिसमें मैं उनके अपोजिट रहूं। मैं बचपन से ही नसीरुद्दीन शाह और तब्बू को पसंद करती हूं।
- वेब सीरीज मिर्जापुर में 'मास्टरबेशन' करते हुए आपने बोल्ड अंदाज दिखाया, जब आपको ये रोल ऑफर हुआ तो आपने क्या सोचा था?
मिर्जापुर वेब सीरीज जब मुझे ऑफर हुई तो गोला गुप्ता के रोल में मैंने खुद को ढालने के लिए कहानी को कई बार पढ़ा। 'मास्टरबेशन' सीन का जिक्र भी डायरेक्टर ने पहले ही स्क्रिप्ट में कर दिया था। पुरुषों की तरह महिलाओं की भी यौन इच्छाएं होती हैं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। मैंने जब उस सीन को पढ़ा और मिर्जापुर के पूरे ग्राफ और कहानी के बारे में जाना तो मुझे अपना सीन जरा भी बोल्ड सीन नहीं लगा। मास्टरबेशन का सीन उतना ही सामान्य और नियमित था, जैसे कॉफी पीना।
- आपको फिल्मों में काम करना ज्यादा अच्छा लगता है या वेब सीरीज में, आपके फ्यूचर प्रोजेक्ट क्या हैं?
फिल्मों के शूटिंग शेड्यूल काफी लंबे होते हैं जबकि वेब सीरीज में ऐसा कम होता है। वेब सीरीज में हम अपना काम जल्दी पूरा कर लेते हैं। मैं चाहूंगी कि मुझे वेब सीरीज मिलती रहें। अभी मैं नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ 'रात अकेली है' फिल्म कर रही हूं। वो बहुत ही उम्दा एक्टर हैं। इस फिल्म की कास्ट बहुत अच्छी थी तो मैं खुद को रोक नहीं पाई। अभी फिल्म की शूटिंग चल रही है।