कानपुर में जीका वायरस से संक्रमित तीन और मरीज मिले हैं। अब तक कानपुर में 4 मरीजों में जीका संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। शनिवार को लखनऊ की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से आई रिपोर्ट में जिन तीन मरीजों में जीका की पुष्टि हुई है, उन सभी को कई दिनों से बुखार आ रहा था।
इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 25-अक्टूबर यानि सोमवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक उच्च स्तरीय बहु-अनुशासनात्मक यानि मल्टी डिस्पिलिनारी टीम भेजी थी। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और डॉ आरएमएल अस्पताल, नई दिल्ली से तैयार एक कीटविज्ञानी, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ की बहु-विषयक टीम को राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता के लिए तैनात किया गया था।
आपको बता दें, 23 अक्टूबर को सबसे पहले कानपुर में पोरखपुर इलाके में रहने वाले एयरफोर्स कर्मी एमएम अली में जीका संक्रमण की पुष्टि हुई, उसके बाद से ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था। स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र में बड़ा सर्च अभियान शुरू किया जिसमे पोरखपुर इलाके के 400 से ज्यादा घरों में जांच की गई।
4 किलोमीटर के दायरे में एक-एक घर की जांच की गई और ब्लड और यूरिन सैंपल एकत्रित किए गए। टीम ने यहां पर करीब 270 लोगों के ब्लड और यूरिन के सैंपल लिए। इनमें एयरफोर्स कर्मी के साथ काम करने वाले करीब 175 लोग भी शामिल हैं। चिंता की बड़ी बात यह है कि अभी काफी लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आनी है। ऐसे में जिला प्रशाशन मुस्तैद हो चूका है, पोरखपुर के आस-पास के क्षेत्र में मछर को मारने की दवा का छिड़काव किया गया।
ये हैं लक्षण:
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