ताजमहल पर 37 दिन के बाद पूर्वी और पश्चिमी गेटों के टिकट काउंटर बंद कर दिए गए। सोमवार से ताजमहल समेत सभी स्मारकों पर टिकट काउंटर बंद कर केवल ऑन लाइन टिकटों की बिक्री ही शुरू कर दी गई। कोरोना केस की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने केवल ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा दी है, हालांकि ताजमहल के अंदर 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट खरीदने के लिए मुख्य गुंबद के नीचे चमेली फर्श पर काउंटर चालू रहेगा। जिस कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए एएसआई ने काउंटर बंद किए हैं, उसकी धज्जियां ताज के अंदर उड़ती नजर आईं, जहां लोग न मास्क पहने नजर आए और न उचित शारीरिक दूरी का पालन करते दिखे।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने 27 नवंबर से ताजमहल में और अन्य स्मारकों में एक दिसंबर से ऑफ लाइन टिकटों की बिक्री के लिए टिकट काउंटर शुरू किए थे। इससे ग्रामीण भारत से आ रहे लोगों को आसानी हो रही है, वहीं ऐसे लोग भी लाभ ले रहे थे, जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं थे। हर दिन ऐसे सैलानियों की संख्या एक चौथाई से ज्यादा थी यानी ताज पर 4 से 6 हजार पर्यटक हर दिन ऑफ लाइन यानी टिकट काउंटर से टिकटें खरीद रहे थे।
अब सोमवार से सभी स्मारकों पर टिकट खिड़कियां बंद कर देने से पर्यटक केवल ऑन लाइन टिकट ही बुक कर पाएंगे। आगरा में ताजमहल केसाथ आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, सिकदंरा, एत्माद्दौला, महताब बाग, रामबाग और मरियम के मकबरे में एएसआई टिकट वसूलती है।
क्रिसमस से नए साल तक इतने बिके टिकट
दिन ऑनलाइन ऑफलाइन कुल टिकट
25 दिसंबर 26,607 4184 33,791
26 दिसंबर 29,266 4481 33,747
27 दिसंबर 17,584 4886 22,470
28 दिसंबर 14,773 4297 19,070
29 दिसंबर 13,908 4830 18,738
30 दिसंबर 16,896 4871 21,767
1 जनवरी 33,253 4581 37,834
2 जनवरी 26,946 5550 32,496
कोरोना काल में ताजमहल में ये ह्रुआ
- 17 मार्च 2020 को कोरोना के कारण ताज समेत स्मारक बंद
- 21 सितंबर को ताजमहल खुला, ऑनलाइन टिकट मिले
- 2 जनवरी 2021 को टिकट काउंटर शुरू किए गए
- 16 अप्रैल 2021 को कोरोना संक्रमण के कारण सभी स्मारक बंद
- 16 जून 2021 को ताज समेत सभी स्मारक खुले
- 27 नवंबर 2021 को ताजमहल की टिकट खिड़की खोली गई
- 1 दिसंबर 2021 को अन्य स्मारकों में ऑफ लाइन टिकट उपलब्ध
- 3 जनवरी 2022 को ताज समेत सभी स्मारकों में टिकट खिड़की बंद
अंदर काउंटर भी चालू, मास्क न दूरी का पालन
एएसआई ने बाहर के टिकट काउंटर तो बंद कर दिए, लेकिन ताजमहल के अंदर मुख्य गुंबद पर 200 रुपये का अतिरिक्त काउंटर खुला ही रखा है। मुख्य गुंबद पर काउंटर चालू रखने के पीछे एएसआई अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल का तर्क है कि यहां नेटवर्क नहीं आता, इसलिए टिकट बुक करना मुश्किल है। नेटवर्क के लिए कोई टावर आदि व्यवस्था नहीं की जा सकती। इसलिए यह काउंटर चालू रहेगा। इस काउंटर के साथ ताजमहल के अंदर न मास्क पहने सैलानी दिखे, न शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है। सुरक्षा जांच कतार और सेंट्रल टैंक पर भारी भीड़ के कारण कोविड प्रोटोकॉल तार-तार हो रहा है।
अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब केवल ऑनलाइन टिकट ही उपलब्ध होंगे। सभी स्मारकों पर टिकट काउंटर बंद कर दिए गए हैं ताकि टिकट, नगदी के लेन-देन के समय संक्रमण न फैले। कुछ दिनों से काउंटर पर भीड़ ज्यादा थी।