[Edited By: Vijay]
Saturday, 8th January , 2022 01:07 pmओमिक्रोन वायरस के प्रसार के साथ वैक्सीन पर सवाल उठने लगे है कि क्या इस वायरस पर वैक्सीन काम नहीं कर रही है ? आखिर वैक्सीन की दो डोज ले चुके लोग क्यों संक्रमित हो रहे हैं ? इसकी क्या बड़ी वजह है ? क्या सच में कोरोना वैक्सीन ओमिक्रोन पर प्रभावशाली नहीं है ? वैक्सीन लेने के बाद भी लोग कोरोना संक्रमित क्यों हो रहे हैं ? क्या वैक्सीन की दो डोज ले चुके लोग कोरोना वायरस से सुरक्षित है ? वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के क्या लाभ हैं। आइए जानते हैं कि इन तमाम सवालों पर आखिर विशेषज्ञों की क्या राय है। वह वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को कितना उपयोगी मानते हैं।
भारत में कोरोना प्रोटोकाल का पूरी कठोरता से पालन करना होगा। इतना ही नहीं पर्व और त्योहारों पर भी इन नियमों की अनदेखी नहीं करना चाहिए। उन्होंने जनवरी में आने वाले पर्व और होली को लेकर भी आगाह किया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए भारत सरकार की गाइड लाइन को गंभीरता से पालन करना चाहिए। ऐसा नहीं करने से ओमिक्रोन का संक्रमण बहुत तेजी से होगा।
3- व्यक्ति को संक्रमित करने के बाद कोई नया वैरिएंट उसे कैसे प्रभावित करता है यह जानने में कई दिन का वक्त लग जाता है। अभी तक हमें सिर्फ यह ज्ञात है कि ओमिक्रोन, डेल्टा से अधिक संक्रामक है। यह बेहद चिंता का विषय है, क्योंकि इससे अस्पतालों पर दबाव बढ़ सकता है। इसके अलावा एक और मुश्किल यह भी है कि अधिक संक्रामक होने के कारण ये वायरस अधिक लोगों के शरीर में होगा तो इसके म्यूटेट करने की संभावना भी अधिक होगी यानी और नए वैरिएंट पैदा हो सकते हैं जो खतरा बन सकते हैं। इस पर कंट्रोल करने के लिए वैक्सीन बेहद जरूरी है।
भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं ओमिक्रोन मरीजों की संख्या
गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से तेजी देखी जा रही है। अभी जारी लहर के लिए सबसे बड़ी वजह वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट को बताया जा रहा है। यह वैरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिला। इस वैरिएंट की वजह से अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देशों में रिकार्ड संख्या में संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। भारत में भी नए मामलों की संख्या तेजी बढ़ रही है। खास बात यह है कि यह स्थिति तब है जब भारत समेत सारी दुनिया में ज्यादा से ज्यादा लोगों के टीकाकरण की कोशिश जारी है। बड़ी आबादी को टीके लग भी चुके हैं, लेकिन फिलहाल ऐसे भी मामले आ रहे हैं, जहां टीका लगवा चुके लोगों को भी संक्रमण हो रहा है।