29 देशों में फैल चुके कोरोना के नए वैरिएंट "ओमिक्रॉन" पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन पर वैक्सीनेशन या पहले हुए कोरोना से पैदा होने वाली इम्यूनिटी का भी असर नहीं पड़ता है। अब कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने भारत में भी दस्तक दे दी है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि ओमिक्रॉन के दो केस कर्नाटक में मिले हैं।
जानकारी के मुताबिक अभी तक किसी तरह के खास लक्षण सामने नहीं आए हैं, लेकिन इस वैरिएंट को सबसे पहले पहचानने वाली दक्षिण अफ्रीका की डॉ. एंजेलिक कोएट्जी के मुताबिक, ओमिक्रॉन के असामान्य, मगर हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं और इसकी जानकारी एककृत की जा रही है। डॉ. का कहना है कि ओमिक्रॉन के लक्षण कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से अलग हैं।
कोरोना के दूसरे वैरिएंट से इन्फेक्ट होने पर स्वाद और सूंघने की क्षमता पर असर पड़ता था, लेकिन ओमिक्रॉन के मरीजों में ये लक्षण नहीं देखा जा रहा है। साथ ही गले में खराश तो रहती है, लेकिन कफ की शिकायत देखने को नहीं मिल रही है।
आई.सी.एम.आर के एक अधिकारी ने दावा किया है कि स्वदेशी कोविद-19 वैक्सीन "कोवैक्सीन" अत्यधिक उत्परिवर्तित ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ अधिक प्रभावी होने की संभावना है। बुधवार को अपडेट किए गए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 8,954 नए कोरोनावायरस संक्रमण जोड़े, जिससे कोविद -19 मामलों की कुल संख्या 3,45,96,776 हो गई, जबकि सक्रिय मामले 547 दिनों के बाद एक लाख से भी कम दर्ज किए गए।