आज राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस,कैंसर का इलाज है अब संभव
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कैंसर अब लाइलाज नहीं है। यदि समय से कैंसर का उपचार कराया जाए तो कैंसर पीड़ितों की जान बचाई जा सकती है। इसके लिए जिले में कैंसर से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार पर जोर देने की जरूरत है।
जिले में धूम्रपान करने वाले लोगों की संख्या अधिक होने के कारण मुख कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कैंसर के उपचार के नाम पर जिले में कोई व्यवस्था नहीं है। जिले में सर्वाधिक मुख कैंसर के मरीज हैं। शहर से सटे हुए गांव लालपुर में कैंसर से सौ से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें 70 से अधिक मरीज मुख कैंसर से पीड़ित थे।
सीएमओ डॉ.पीपी सिंह कहते हैं कि कैंसर अब लाइलाज नहीं हैं। यदि कैंसर के मरीजों को समय से उपचार मिल जाए तो उनकी जान बचाई जा सकती है। धूम्रपान के कारण जिले में सर्वाधिक मुख कैंसर के मरीज हैं। इस साल अब तक जिले में 30 कैंसर के मरीजों की मौत हुई हैं। इनमें 22 मुख कैंसर के मरीज थे। जबकि जिले में 50 से अधिक लोग मुख कैंसर की चपेट में हैं जो ग्वालियर, दिल्ली और कानपुर में उपचार करा रहे हैं।
जिले में हैं इस प्रकार के कैंसर के मरीज
- ब्लड कैंसर
- मुंह का कैंसर
- स्तन कैंसर
- गर्भाशय का कैंसर
- सर्वाइकल कैंसर
- पेट का कैंसर
- गले का कैंसर
- अंडाशय का कैंसर
- प्रोस्टेट कैंसर
- मस्तिष्क का कैंसर
कैंसर के कारण
- तंबाकू या गुटखे का सेवन
- सिगरेट और शराब पीना
- लंबे समय तक रेडिएशन के संपर्क में रहना
- आनुवंशिक दोष
- शारीरिक निष्क्रियता
- खराब पोषण
- मोटापा
कैंसर के लक्षण
- शरीर के किसी हिस्से में गांठ महसूस होना
निगलने में कठिनाई होना
- पेट में लगातार दर्द बने रहना
- घाव का ठीक न होना
- त्वचा पर निशान
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- कफ और सीने में दर्द
- थकान और कमजोरी महसूस करना
- शरीर का वजन अचानक से कम या ज्यादा होना
कैंसर से कैसे बचा जा सकता है
- शराब का सेवन न करें
- रेडिएशन के संपर्क में आने से बचें
- फाइबर युक्त डाइट लें
- धूम्रपान करने से बचें
- डाइट में अधिक फैट न लें
- शरीर का सामान्य वजन बनाए रखें
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें
सीएमओ डॉ. पीपी सिंह ने बताया कि कैंसर अब लाइलाज नहीं है। यदि कैंसर पीड़ित समय से जांच कराकर उपचार ले तो उसकी जान बच सकती है। कैंसर से बचने के लिए धूम्रपान से दूरी बनानी होगी।