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आज है नेवी डे और नौसेना युद्धपोतों पर तैनात होने वाली नारीशक्ति का उत्तर प्रदेश से है ताल्लुक

[Edited By: Vijay]

Saturday, 4th December , 2021 02:01 pm

देश की तीन सशस्त्र सेनाओं में से एक भारतीय नौसेना के लिए आज खास दिन है। आज भारतीय नौसेना दिवस है। 4 दिसंबर को हर साल देश नेवी डे मनाता है। देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा करने वाले नौसैनिकों के सम्मान में ये खास दिन होता है। आज के दिन नौसेना दिवस मनाने के पीछे देश के लिए गौरवपूर्ण कहानी है। साल 4 दिसंबर 1971 को भारतीय नौसेना के जवानों ने पाकिस्तान को जोरदार पटखनी दी थी। आज ही के दिन देश के नौसैनिकों ने पाकिस्तान की पीएनएस खैबर के साथ ही कई बड़े लड़ाकू युद्धपोतों को हरा दिया था। इस हार के बाद पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा था। समुद्र में भारत की पाकिस्तानी युद्धपोतों पर जीत के जश्न को मनाने के लिए आज के दिन इंडियन नेवी डे मनाया जाता है। वैसे तो भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए देश के नौजवानों की फौज तीनों सशस्त्र बलों में तैनात हैं लेकिन देश की महिलाओं की हिस्सेदारी भी बढ़ने लगी है। भारतीय नौसेना में दमदार महिला अधिकारी भी तैनात हैं जो अपने दम पर नेवी में बड़े पद पर पहुंची। चलिए भारतीय नौसेना दिवस पर इन्हीं महिला अधिकारियों के बारे में जानते हैं। 

नौसेना युद्धपोतों पर तैनात होने वाली पहली दो महिला अधिकारी 

भारतीय नौसेना में पिछले ही साल दो महिला अधिकारियों की महत्वपूर्ण तैनाती हुई। भारतीय नौसेना के इतिहास में पहली बार नेवी युद्धपोतों में दो महिला अधिकारियों को पद मिला। इसमें एक नाम है कुमुदिनी त्यागी का और दूसरा रीति सिंह का। दोनों महिलाओं का हेलीकॉप्टर स्ट्रीम में 'ऑब्जर्वर्स' (एयरबोर्न टैक्टीशियंस) के तौर पर चयन हुआ। इसके बाद से नेवी के फ्रंटलाइन जंगी जहाजों पर महिलाओं की तैनाती हो सकेगी। सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह देश की पहली महिला एयरबोर्न टैक्टीशियंस बन गईं हैं। ये दोनों महिला अधिकारी नौसेना के जंगी जहाजों के डेक पर काम करेंगी। इन दिनों के बारे में विस्तार से जानें।

सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी

कुमुदिनी त्यागी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की रहने वाली हैं। मेरठ के खरखौदा गांव से जुड़ी कुमुदिनी ने 10वीं की परीक्षा के बाद से ही सेना में जाने की जिद करने लगी थीं। बीटेक करने के बाद फोर्स में जाने की तैयारी शुरू की। उन्होंने दिन रात मेहनत की और नौसेना में शामिल हुईं। दिसंबर 2018 में नेवी के अंदर कुमुदिनी ने कमीशंड हासिल किया। कुमुदिनी के पिता एक सिक्योरिटी एजेंसी चलाते हैं। दादा सुरेश चंद त्यागी पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे।

 

सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रीति सिंह के परिवार की तीन पीढ़ियों ने सेना में सेवा दी। रीति के पिता एसके सिंह भारतीय नौसेना से रिटायर हैं। वहीं उनकी मां इंग्लिश की शिक्षिका हैं। उनकी एक बड़ी बहन भी हैं। रीति का जन्म 1996 में उत्तर प्रदेश में हुआ था, लेकिन बाद में साल 2002 में रीति परिवार के साथ हैदराबाद शिफ्ट हो गईं। 

नौसेना की महिला पायलट शिवांगी सिंह

वायुसेना टीम में दमदार लड़ाकू विमान की बड़ी खेप शामिल है। नेवी के इन्ही लड़ाकू विमानों को उड़ाने के लिए नौसेना की टीम में महिला पायलट शिवांगी सिंह भी शामिल हैं। शिवांगी सिंह के नाम बड़ी उपलब्धि ये भी है कि वह दमदार लड़ाकू विमान राफेल उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बनी हैं। शिवांगी सिंह उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले की रहने वाली हैं। उनके पिता का नाम कुमारेश्वर सिंह है और माता सीमा सिंह हैं। शिवांगी के दो भाई मयंक व शुभांशु और एक बहन हिमांशी सिंह हैं। शिवांगी के नाना वीएन सिंह सेना में कर्नल थे। शिवांगी ने बचपन से ही फाइटर जेट उड़ाने का सपना देखा जो साल 2017 में उस वक्त पूरा हुआ जब देश की पांच महिला फाइटर विमान पायलटों की टीम में उनका चयन हुआ। शिवांगी ने मिग 21 से उड़ान भरी। दिल्ली में गणतंत्र दिवस 2013 की परेड में उत्तर प्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व किया और अब राफेल उड़ाने की तैयारी में हैं। 

 

 

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