साल 2012 की बात हैजब बरेली के राजेश पांडे की शादी घरवाले धूमधाम से करा रहे थे। शादी के बाद छह महीने तक राजेश अपनी पत्नी के साथ रहा लेकिन कभी एक-दूसरे के करीब नहीं आए। राजेश अब लिंग बदलवाकर सोनिया पांडे बन चुके हैं। सोनिया बताती हैं कि ये रिश्ता महज दो साल तक ही चल पाया और फिर उनकी पत्नी ने तलाक ले लिया। इसके बाद वह लिंग परिवर्तन करवाकर राजेश से सोनिया बन गई। सोनिया बनने के बाद राजेश के सामने अपनी नई पहचान को लोगों के सामने लाना मुसीबत बन गया।
सोनिया बताती हैं कि तलाक लेने के बाद उन्होंने बरेली के कई सेक्सोलॉजिस्ट से संपर्क किया। सभी ने मुझे दिल्ली जाने की सलाह दी। दिल्ली में सेक्सोलॉजिस्ट से मिली तो उन्होंने कहा कि खुश रहना है तो सर्जरी करवाकर लिंग परिवर्तन करवा लो। इसमें उनके दोस्तों ने भी खूब मदद की। दिसंबर 2017 में सर्जरी करवाकर वह वापस बरेली आ गईं।
राजेश पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल में मुख्य कारखाना प्रबंधक कार्यालय में तैनात है। पिता और बड़े भाई की मौत के बाद वह अनुकंपा के तहत 19 मार्च 2003 को रेलवे में भर्ती हुआ था। परिवार में चार बहनें और मां हैं। वर्ष 2017 में राजेश लिंग परिवर्तन कराकर महिला बन गया और नाम सोनिया पांडेय रख लिया।
राजेश यानी सोनिया ने सबसे पहले मुख्य कारखाना कार्मिक प्रबंधक इज्जतनगर के समक्ष नाम और लिंग बदलने का आवेदन किया। रेलवे अधिकारियों के सामने जब मामला आया तो वे चौंक गए। संभवत: रेलवे के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि जिसमें किसी पुरुषकर्मी ने लिंग परिवर्तन किया हो और महिला नाम रखकर सर्विस रिकाॅर्ड में नाम बदलने के लिए आवेदन किया हो।
रेलवे के अधिकारियों ने उसे महाप्रबंधक (जीएम) कार्यालय में आवेदन करने की सलाह दी। उन्होंने अब रेलवे के जीएम और कार्मिक विभाग में सर्विस रिकार्ड में राजेश के स्थान पर सोनिया पांडेय दर्ज करने का आग्रह किया है। राजेश उर्फ सोनिया का पत्र मिलने के बाद रेलवे के अधिकारी उलझन में हैं।
राजेश ने बताया कि लिंग परिवर्तन का विचार जब परिवार के सदस्यों को बताया तो वे नाराज हो गए। मां व बहनें रूठ गईं। कोई दूसरा रास्ता न देख मैंने लिंग परिवर्तन करा लिया। धीरे-धीरे सबकुछ ठीक हो गया। मां व बहनें भी मान गईं। अब परेशानी यह है कि मैं कहीं यात्रा करता हूं तो मेरे पास पहचान-पत्र पुरुष का है और चेहरा स्त्री का। इससे निजात पाने के लिए मैंने सर्विस रिकॉर्ड में नाम बदलने का आवेदन किया।
राजेश (सोनिया) ने बताया कि मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जिसकी आत्मा को एक गलत शरीर में डाल दिया गया। पारिवारिक दबाव में शादी की फिर पत्नी को सच्चाई बताई तो तलाक भी हो गया। मैंने बाद में सर्जरी करवा ली। यही सही था क्योंकि रोज-रोज घुटने से अच्छा था कि मैं लिंग बदलवा लूं। इसको दो साल बीत गए हैं और अब मैं सहज महसूस करती हूं। अब मुझे अपना अस्तित्व मिल गया।’