आगामी सर्दियों के मौसम में प्रदूषण को ट्रैक करने के लिए क्षेत्र को आठ क्षेत्रों में विभाजित करेगा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण। एनजीटी के नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने पर जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्राधिकरण धूल को बेअसर करने के लिए पानी के छिड़काव के साथ 20,000 वर्ग मीटर से बड़े निर्माण स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन तैनात करने जा रहा है। ग्रेटर नोएडा के निवासी अब शहर में कूड़ा जलाने या धूल की स्थिति जैसे वायु प्रदूषण की घटनाओं की रिपोर्ट करने के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके या व्हाट्सएप पर विवरण साझा कर सकते हैं।
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (जीएनआईडीए) द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सर्दियों के दौरान हवा की गुणवत्ता के गंभीर स्तर तक गिरने के साथ वायु प्रदूषण की जांच करने के प्रयास में स्थापित की गई है। वायु प्रदूषण के मामलों को संबोधित करने के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। ग्रेटर नोएडा के निवासी नियंत्रण कक्ष को कॉल कर सकते हैं और वायु प्रदूषण की घटनाओं की रिपोर्ट कर सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर 0120-2336046, 47, 48 और 49 है। इसके अलावा, निवासी व्हाट्सएप नंबर 8800882124 पर भी विवरण भेज सकते हैं। ग्रेटर नोएडा को आठ क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और नोडल अधिकारी के तहत शीतकालीन कार्य योजना के प्रभावी अमल के लिए उनमें से प्रत्येक में जोनल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
#GreaterNoida क्षेत्र में प्राधिकरण द्वारा प्रदत्त सेवाओं से जुड़ी समस्या होने पर @OfficialGNIDA के #whatsapp #helpline नम्बर 8800203912 पर मैसेज व फ़ोटो के माध्यम से संपर्क करें।#GNIDACares#StayProtected#StayAware pic.twitter.com/kfcGrzgHQI
— Greater Noida Industrial Development Authority (@OfficialGNIDA) October 12, 2021