उत्तर प्रदेश सरकार ने राजधानी लखनऊ समेत 13 जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब होने के कारण दीपावली मनाने के लिए डिजिटल/लेजर आदि नई तकनीक का प्रयोग करने के निर्देश दिए हैं. मंगलवार को एक सरकारी बयान के मुताबिक प्रदेश के जिन जनपदों के एक्यूआई का जिक्र किया गया है, उनमें क्रमशः मुजफ्फरनगर (खराब), आगरा, वाराणसी, मेरठ व हापुड़ (बहुत खराब) और गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा, बागपत और बुलंदशहर (गंभीर) के नाम शामिल हैं. राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के आदेश का पालन करते हुए इन जनपदों में दीपावली मनाने के लिए डिजिटल/लेजर आदि नई तकनीक का प्रयोग करने के निर्देश दिए गए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पटाखों की बिक्री और प्रयोग पर एनजीटी, नई दिल्ली द्वारा दिए गए आदेश का तत्काल पालन करने और दीपावली मनाने के लिए डिजिटल/लेजर आदि नई तकनीक का प्रयोग किए जाने को बढ़ावा दिए जाने के निर्देश जारी किए हैं.
सरकारी बयान के मुताबिक अपर मुख्य सचिव (गृह), अवनीश कुमार अवस्थी द्वारा इस संबंध में प्रदेश के सभी मंडलायुक्त, पुलिस आयुक्त लखनऊ और गौतमबुद्धनगर, पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उप महानिरीक्षक परिक्षेत्र, जिला मजिस्ट्रेट, जनपदीय पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक को आवश्यक निर्देश जारी करते हुए एनजीटी, नई दिल्ली के आदेश का अनुपालन किए जाने के निर्देश दिए हैं.
शासन द्वारा जारी निदेर्शों में कहा गया है कि जिन जनपदों में एक्यूआई मध्यम या उससे बेहतर है, वहां केवल ग्रीन क्रेकर्स बेचे जाएं. एनजीटी के वर्तमान और पूर्व के निर्देशों का पालन करते हुए इनको बेचा/प्रयोग किया जायेगा. इन जनपदों में दीपावली को मनाने के लिए ग्रीन क्रेकर्स और डिजिटल/लेजर आदि की नई तकनीकी के प्रयोग को आमजन में प्रोत्साहित किया जाए.
बता दें कि लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर एनजीटी ने नौ नवंबर की आधी रात से पूरे एनसीआर में पटाखे जलाने और बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. यह प्रतिबंध 30 नवंबर की रात तक जारी रहेगा.