कोरोना संकट से जूझ रेल यात्रियों को बड़ा झटका लगने वाला है। रेल यात्रियों को अब 120 स्टेशनों पर ज्यादा किराया देना होगा। केन्द्र सरकार देश के बड़े रेलवे स्टेशनों को लेकर बहुत जल्द ही एक बड़े फैसले का ऐलान कर सकती है। जानकारी के मुताबिक सरकार देश के तमाम बड़े स्टेशनों के पुनर्विकास करने पर विचार कर रही हैं। स्टेशनों के पुनर्विकास के यात्रियों को यूजर चार्ज देना होगा। सरकार ने देश के बड़े स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 120 स्टेशनों का चयन किया हैं। माना जा रहा है कि यह पुनर्विकास निजी निवेशकों को लुभाने के लिए किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इस सिलसिले में अगले कुछ दिनों में कैबिनेट में फैसला हो सकता है। केंद्र सरकार जसूत्रों के मुताबिक, स्टेशनों के खुबसूरती को और सुविधाओं को दुरस्त करने के लिए सरकार जल्द ही फैसला ले सकती है। यह चार्ज किन स्टेशनों पर लगेगा और कितना लगेगा, इसका निर्णय को लेकर रेल मंत्रालय लेगा।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुबातिक विशेष सुविधा और रीडेवलपमेंट के नाम पर अलग-अलग श्रेणी के यात्रियों से 10 रुपये से लेकर 50 रुपये तक का शुल्क लिया जाएगा। इसमें सबसे ज्यादा शुल्क फर्स्ट क्लास में यात्रा करने वाले यात्री भरेंगे। अगले दो हफ्ते के अंदर इस मामले में रेलवे कोई फैसला ले सकता है।
खबरों के मुताबिक पहले चरण में ये शुल्क नई दिल्ली, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस मुंबई, नागपुर, तिरुपति, चंडीगढ़, ग्वालियर, साबरमति समेत 120 बड़े स्टेशनों पर लागू होने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक नई दिल्ली और मुंबई स्टेशन पर बोली की तारीख को अब 18 दिसंबर और 15 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है। यूजर्स चार्ज से जो पैसा इकट्ठा होगा, उसको रीडेवलपमेंट करने वाली फर्म को दिया जाएगा।
इसके अलावा प्लेटफॉर्म टिकट भी महंगा हो सकता है। इन स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट पर भी पड़ सकता है यानी इसके लिए भी ज्यादा चार्ज देना पड़ सकता है। पैसेंजर्स के मामले में यह किराए में शामिल कर लिया जाएगा। अनरिजर्व्ड कैटिगरी में यह चार्ज शामिल किया जाएगा या नहीं, फिलहाल इसको लेकर सहमति नहीं बन पाई है। हालांकि रेलवे ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है।