ट्रेनों के टाइम टेबल को लेकर भारतीय रेलवे बोर्ड जल्द ही बड़ा बदलाव करने वाला है. अब ट्रेन से यात्रा करने से पहले आपको बेहद सावधान रहना होगा. रेलवे की नई 'शून्य आधारित समय-सारणी' यानी ''जीरो बेस्ड टाइमटेबल' लागू होने पर लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा का समय औसतन आधे घंटे से लेकर छह घंटे तक कम हो जाएगा. हालांकि रेलवे कोरोना वायरस से पैदा हुए हालात में स्थिरता आने के बाद नए टाइम टेबल को लागू करेगा.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी वीके यादव ने बताया है कि इसके पीछे विचार है कि खाली चल रहीं ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ाई जाए और ज्यादा मांग वाली ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट को कम किया जाए. जब नया टाइम टेबल प्रभाव में आएगा तो लंबी दूरी की ट्रेनों का यात्रा समय औसतन आधे घंटे से छह घंटे तक कम हो जाएगा. इस टाइम टेबल के तहत ट्रेनों की गति भी बढ़ जाएगी.''
वीके यादव यह भी बताया कि ट्रेनों के किसी ठहराव को खत्म नहीं किया जाएगा, बल्कि उन्हें केवल तर्कसंगत बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बात का पता लगाने के लिए 'व्यावसायिक अध्ययन' हो रहे हैं कि किन ट्रेनों के कौन-कौन से ठहराव को सही करने की जरूरत है.
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण रेलवे इस समय अपनी कुल क्षमता की केवल 50 प्रतिशत रेलगाड़ियों का परिचालन कर रहा है.