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भारत में TV का नुकसान और OTT इंडस्ट्री का 'बूम', साल 2022 तक तेजी से बढ़ेगा वीओडी सर्विस का बिजनेस

[Edited By: Admin]

Thursday, 18th July , 2019 06:26 pm

भारत में OTT (ओवर द टॉप) का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। लोग टीवी से थोड़ा दूरी बनाते हुए अपने स्मार्ट फोन पर ही वीडियो देखना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। ऐसे में हिंदी भाषा के अलावा अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में डिजिटल वीडियो कन्टेंट बड़ी संख्या में ऑडियन्स तक पहुंचने की तैयारी कर चुके हैं। एक शोध के अनुसार साल 2020 तक भारत वीडियो देखने के मामले में दुनियाभर में दूसरे स्थान पर खड़ा होगा। इसकी वजह है ऑनलाइन वीडियो चैनलों और प्लेटफॉर्म पर लगातार बढ़ते सबसक्राइबर्स।

भारत में एक शख्स 20 मिनट वीडियो देखता है

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विज्ञापन जगत के चाणक्यों को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी, कि 2016 में जिस देश में 2.6 बिलियन सबसक्राइबर्स थे वो 2020 तक 20.1 फीसदी हो जाएंगे। 2016 में जहां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में एड का 3 फीसदी मिल रहा था, वहीं 2020 में एड बढ़ते सब्सक्रिप्शन के चलते लगभग 10 गुना हो जाएगा। भारत में एक शख्स 20 मिनट वीडियो देखता है। इस बढ़ती मार्केट को देखते हुए सभी ओटीटी जायंटस ने 2017 में अपने कंटेंट को बढ़ाने के लिए 850 करोड़ रुपये की लोकल फिल्म खरीदें हैं। इस वीडियो बूम के पीछे का सबसे बढ़ा कारण ओटीटी प्लेटफॉर्म का सस्ता होना है।

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जहां हॉटस्टार का सब्सक्रिप्शन मात्र 199 रुपये प्रति महीने पर लिया जा सकता है। वहीं अमेजन प्राइम का सब्सक्रिप्शन आप सालाना 999 रुपये में ले सकते हैं। इन सबमें जो ओटीटी प्लेटफॉर्म सबस महंगा है, वो है नेटफ्लिक्स। नेटफ्लिकस का सब्सक्रिप्शन लेने के लिए आपको 650 रुपये प्रति महीने देने होंगे। वहीं जी 5, अल्ट बालाजी के लिए आपको 150 रुपये प्रति महीने और 60 रुपये प्रति महीने खर्च करने होंगे। हालांकि इसके अलावा वूट और सोनी लिव जैसै प्लेटफॉर्म फ्री हैं।

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ओटीटी प्लेटफॉर्म की लगातार बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए खुद टेलीकॉम कंपनियां भी इन प्लेटफॉर्म से संबंधित खास ऑफर ला रही हैं। उदाहरण के तौर पर एयरटेल ने अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए 499 के पोस्टपेड प्लान पर साल भर के लिए अमेजन का सब्सक्रिप्शन फ्री दिया है।

सोशल मीडिया एक लाइव-स्ट्रीमिंग हब बन गया है और हर कोई इसे अपनी रणनीति में शामिल करने की कोशिश कर रहा है। बहुत समय नहीं लगेगा जब भारत में लोग सबकुछ स्मार्टफोन पर देखेंगे और भारतीय टीवी खत्म होने लगेगा।

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भारत की मीडिया और एंटर्टेन्मेंट मार्केट 2022 तक दुनिया के टॉप-10 मीडिया मार्केट में शुमार हो जाएगा। एसोचैम-PwC की जॉइन्ट स्टडी में भी यह जानकारी सामने आ चुकी है। स्टडी के अनुसार 2021 तक देश का मीडिया और एंटरटेनमेंट पर प्रति व्यक्ति खर्च करीब 2080 रुपए (32 डॉलर) तक पहुंच जाएगा।

रिपोर्ट के अनुसार भारत में ओटीटी (ओवर द टॉप) इंडस्ट्री दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है और यह 2022 तक यह दुनिया में अग्रणी 10 बाजारों में से एक होगा। ओटीटी या ओवर द टॉप इंडस्ट्री से अभिप्राय इंटरनेट के जरिए यूजर्स को वीडियो स्ट्रीमिंग कंटेट उपलब्ध कराने से होता है। इसमें वीडियो ऑन डिमांड और सब्सक्रिप्शन बेस्ड सर्विस जैसे हॉटस्टार, वूट, अमेजन प्राइम, नेटफ्लिक्स और हूलू ओटीटी शामिल हैं।

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स्टडी में कहा गया कि भारत में वीडियो ऑन डिमांड सर्विस के कई ऑप्शन उपलब्ध होने के कारण उपभोक्ताओं की आदतें बिगड़ी हैं। देश में बढ़ते स्मार्टफोन यूजर्स और डाटा की खपत के चलते वीडियो ऑन डिमांड सर्विस का विकास होगा।

पीडब्ल्यूसी इंडिया के पार्टनर और लीडर (मनोरंजन और मीडिया क्षेत्र) फ्रैंक डिसूजा ने कहा, "वीडियो ऑन डिमांड (वीओडी) बाजार दुनिया भर में विकसित हुआ है, जिसमें पिछले एक दशक में भारत भी शामिल है। क्षेत्रीय और गुणवत्तापूर्ण सामग्री, विशिष्ट और वैयक्तिक 'यूजर अनुभव' के साथ प्रौद्योगिकी की मदद से मुहैया कराया जाता है, जोकि किसी भी वीओडी सेवा प्रदाता के लिए सफलता का मुख्य आधार बनने के लिए निर्धारित है। मीडिया उद्योग के पारंपरिक और रुढ़िवादी खिलाड़ी एक तरफ हैं और ओटीटी सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनियां दूसरी तरफ हैं।" उन्होंने कहा, "एक तरफ मीडिया उद्योग के पारंपरिक और रुढ़िवादी खिलाड़ी और दूसरी ओर ओटीटी खिलाड़ी भारत में एक साथ उपस्थित रहेंगे और आने वाले सालों में प्रभावशाली वृद्धि हासिल करेंगे।"

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संयुक्त अध्ययन में कहा गया कि वीडियो ऑन डिमांड की ग्राहकी (एसवीओडी) और ट्रांजेक्शनल वीडियो ऑन डिमांड (टीवीओडी) का कारोबार संयुक्त रूप से 2017 में 29.66 करोड़ डॉलर (19.32 अरब रुपये) रहा, जो 2022 में 22.6 फीसदी सीएजीआर से बढ़कर 82.32 करोड़ डॉलर (53.63 अरब रुपये) का हो जायेगा, जिसमें एसवीओडी की प्रमुख हिस्सेदारी होगी। वैश्विक स्तर पर, 2017-2022 अवधि में ओटीटी बाजार का सीएजीआर 10.1 फीसदी होगा। इसकी अवधि में भारत में इस खंड का कारोबार 22.6 फीसदी सीएजीआर की दर से बढ़ेगा और 2017 के 29.7 करोड़ डॉलर (19.32 अरब रुपये) से बढ़कर 2022 में 82.3 करोड़ डॉलर (53.63 अरब रुपये) हो जाएगा।

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मोबाइल वीडियो विज्ञापन (एवीओडी) भारत के इंटरनेट विज्ञापन बाजार का सबसे तेजी से बढ़नेवाला उपखंड होगा, जिसकी सीएजीआर दर साल 2017 से 2022 तक 32.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है, जोकि 2022 तक बढ़कर 31.7 करोड़ डॉलर (20.64 अरब रुपये)हो जाएगा। भारत में डेटा उपभोग 2017 में 7,167.10 अरब एमबी रहा, जो 2022 में बढ़कर 1,09,658.79 अरब एमबी हो जाएगी, जिसकी सीएजीआर दर 72.6 फीसदी रहेगी। इस दौरान डेटा टैरिफ में काफी कमी आएगी और देश में स्मार्टफोन की पैठ में तेजी होगी। रिपोर्ट में बताया गया कि देश का प्रति व्यक्ति मीडिया और मनोरंजन खर्च 2021 तक बढ़कर 32 डॉलर (2,080 रुपये) हो जाएगा, जबकि भारत की प्रति व्यक्ति आय 2,560 डॉलर (1,66,400 रुपये) होने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि 2021 में चीन में प्रति व्यक्ति मीडिया और मनोरंजन पर खर्च 222 डॉलर (14,430 रुपये) और अमेरिका में 2,260 डॉलर (1,46,900 रुपये) रहने का अनुमान है।

भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स

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Indian OTT platforms

Note: Titles are in alphabetical order

Name Parent Active years Notes Ref (s)
Addatimes Addatimes Media Pvt Ltd 2016-now    
Airtel TV Airtel India 2015-now    
ALTBalaji Balaji Telefilms 2017-now    
  UDigital 2015- now    
BIGFlix Reliance Entertainment 2008-now India's first movie on demand service  
Box TV Times Internet up to 2016 defunct in September 2016  
DittoTV Zee Entertainment Enterprises 2012-2018 Integrated to Zee5 on February 15, 2018  
Eros Now Eros International plc 2015-now Tittled as 'Best OTT Platform of the Year 2019' at the British Asian Media Awards  
Hoichoi Shree Venkatesh Films 2018-now Regional OTT platform [16][failed verification]
Hotstar Star India 2015-now India's most subscribed OTT platform [17][failed verification][18]
Jio Cinema Jio 2017-now    
  Jio 2017-now    
Lyca TV Lyca Group 2016-now    
MX Player Times Internet 2018-now    
ShemarooMe Shemaroo Entertainment 2019- now    
Sony Liv Sony Pictures Networks 2013-now  
Spuul Independent 2012-now    
Sun NXT Sun TV Network 2017-now Regional OTT Platform
TVF Independent 2012- now    
Vodafone Play Vodafone India (Vodafone Idea Limited) 2012-now  
 
Voot Viacom 18 2016-now    
ZEE5 Zee Entertainment Enterprises 2018-now   [0]

International OTT platforms doing business in India 

Name Parent Active years Notes Ref (s)
Amazon Prime Video Amazon 2016-now    
HOOQ Sony PicturesWarner Bros., and Singtel 2015-now    
Netflix Netflix Inc. 2015-now    
Viu HKTVE 2015-now    
Vuclip PCCW 2008-now    
YuppTV   2007-now    
Smart Multiplex   2018-now    

Posted By- Gaurav Shukla

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