Trending News

B,dy Spcl: मधुबाला के प्यार में मुस्लिम बन गए थे किशोर, पढ़िए उनकी 4 बीवियों और 10 सुपरहिट गीतों की ये अनसुनी दास्तां

[Edited By: Admin]

Sunday, 4th August , 2019 02:09 pm

बहुमुखी प्रतिभा के धनी किशोर कुमार का आज तक कोई सानी नहीं हुआ। 4 अगस्त 1929 में मध्यप्रदेश के खांडवा में आभाष कुमार के नाम से जन्में किशोर कुमार का आज 90 वां जन्मदिन है। किशोर कुमार संगीत-कला और अभिनय के क्षेत्र में वो नाम है, जिसे पहचान की कोई जरूरत नहीं है। 40वीं सदी का वह सितारा है, जो आज भी लोगों के दिल और दिमाग में जगमगाता है। कहा जाता है कि लोगों के दिलों पर राज करने वाले किशोर बचपन से ही मनमौजी थे और बड़े होने पर वह अपने उसूलों के पक्के रहे।

Image result for kishore kumar

फिल्मी दुनिया में पहले अभिनय के क्षेत्र में हाथ आजमाने के बाद किशोर दा संगीत की दुनिया की ओर मुड़ गए, मगर कला के धनी इस कलाकार की राहें कभी इतनी मुश्किल नहीं हुई कि मंजिल को ना छू पाती।

कुछ ऐसा ही हाल उनका निजी जिंदगी मे भी था। बताया जाता है कि किशोर कुमार ने मधुबाला के प्यार में पड़कर मुस्लिम धर्म अपना लिया था। उन्होंने अपना नाम भी बदल कर करीम अबदुल्ला रख लिया था।

Image result for kishore kumar

उनकी पहली शादी रूमा ठाकुरता 1951 में हुई थी। हालांकि यह शादी ज्यादा दिन टिकी नहीं। उसके बाद उन्होंने मधुबला से 1960 में शादी की। हालांकि मधुबाला की नौ साल बाद दिल में छेद होने के कारण मौत हो गई। उसके बाद उन्होंने 1976 में योगिता बाली से शादी की, लेकिन दो साल के भीतर ही दोनों का तलाक हो गया।

उससे बाद उन्होंने विधवा अभिनेत्री लीना चंद्रावरकर के साथ शादी की, जो उनके आखिरी समय तक साथ रहीं।  1987 में किशोर कुमार ने फिल्मों से संन्यास लेने के बाद वापस अपने गांव खंडवा लौटने का निर्णय लिया था, लेकिन 13 अक्बटूर 1987 को किशोर कुमार को दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

5 रुपया 12 आना' गाने की कहानी

Related image

किशोर कुमार मस्तमौला इंसान थे। वह हमेशा मस्ती के मूड में रहा करते थे। जब वह इन्दौर के क्रिश्चियन कॉलेज में पढ़ रहे थे तब उनकी आदत थी कॉलेज की कैंटीन से उधार खाना लेने की।

किशोर कॉलेज की कैंटीन से न सिर्फ अपने लिए खाना उधार लेते थे बल्कि अपने दोस्तों को भी खिलाते थे। उधार का खाना खाते-खाते उनपर 5 रुपया बारह आना का उधार हो गया।
उस समय यह रकम बहुत ज्यादा थी इसलिए कैंटीन के मालिक ने उन्हें उधार चुकाने के लिए कहा और किशोर थे कि वहीं टेबल और चम्मच से धुन बजाते हुए गान गाना शुरू कर दिया और यह गीत बन गया। किशोर ने बाद में इसे फिल्म में इस्तेमाल किया।

किशोर कुमार को लेकर पैसों से जुड़े कई और किस्से मशहूर हैं। फिल्म जगत से जुड़े कलाकार बाताते हैं कि जब कोई बिना पैसे के या एडवांस दिए बगैर गाने को कहता था तो अक्सर किशोर कुमार का गला खराब बताया जाता था, लेकिन जैसे ही उन्हें गाने के पैसे मिल जाते थे उनका गला ठीक हो जाता था।

किशोर कुमार के बेहतरीन गाने....

मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू...

 

 

पल पल दिल के पास तुम रहती हो...

 

 

तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा तो नहीं...

 

 

गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल...

 

 

ज़िंदगी के सफर में गुज़र जाते हैं जो मुकाम...

 

 

हमें तुमसे प्यार कितना, ये हम नहीं जानते...

 

 

कोरा कागज़ था ये मन मेरा...

 

 

नीले नीले अंबर पर चांद जब आए...

 

 

 

Latest News

World News