द कश्मीर फाइल्स फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने दावा किया था कि द कपिल शर्मा शो के निर्माताओं ने द कश्मीर फाइल्स को बढ़ावा देने से इनकार कर दिया, सोशल मीडिया पर कपिल की आलोचना की जा रही है। नेटिज़न्स ने ट्विटर पर द कपिल शर्मा शो का बहिष्कार करना शुरू कर दिया। जहां कपिल शर्मा ने पहले लोगों से एकतरफा कहानियों पर विश्वास न करने का आग्रह किया था, वहीं अनुपम खेर ने अब इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने एक नए इंटरव्यू में कपिल का बचाव किया।
अनुपम खेर ने अब स्पष्ट किया है कि उन्हें फिल्म के प्रचार के लिए दो महीने पहले द कपिल शर्मा शो में आमंत्रित किया गया था। हालाँकि, उन्होंने ही इसे ठुकरा दिया क्योंकि फिल्म की प्रकृति काफी गंभीर है। इस वजह से अनुपम कॉमेडी शो का हिस्सा नहीं बनना चाहते थे। अनुपम ने कहा, "ये फिल्म बड़ी सीरियस है, मैं शो का हिस्सा नहीं बनना चाहता।"
थी कश्मीर फाइल्स, इस समय की बहुचर्चित फिल्म जो अधारित है कश्मीर के उस दौर पर जब आजाद कश्मीर की मांग जोरों पर थी। ये वो दौर था जब न जाने कितने लोग अपने घर छोड़, दूसरे राज्यों में पलायन करने को मजबूर हुए थे और जो अड़े उन्होंने वो सब झेला जिसकी कोई सीमा नहीं थी। हत्या, लूट, बलात्कार इस तरह की सभी घिनोनी हरकते भी उस दौर की क्रूरता का हिस्सा रही।
आम-तोर पर इस मुद्दे पर बोलने से या बात करने से भी लोग कतराते है, मगर अब इस पर एक पूरी फिल्म बनी जिसका लाइम- लाइट में आना तय था। हांलांकि, शुरुआत में फिल्म को कोई ख़ास रिस्पांस नहीं मिला, प्रमोशन के लिए, बड़े-बड़े टॉक शो पीछे हट गए। डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की इस फिल्म को रिलीज़ होने के लिए सिर्फ 600 स्क्रीन ही मिली, मगर लोगो में इसका क्रेज देख कर यह बढ़कर 2000 तक पहुँच गई। इसका ऐसा क्रेज की वाट्सएप्प पर इस मूवी के लिंक शेयर किये जाने लगे, इसके अलावा भड़काऊ और विवादित बयान आने लगे, सेक्युलर तक समझ आता है, मगर सेक्युलर हिन्दू जैसे शब्द ट्रेंड करने लगे। अगर मूवी देखनी है तो सिनेमा घर में जा कर देखे, वाट्सएप्प पर शेयर हो रहे लिंक फिल्म को नुकसान पहुंचाते है। साथ ही आपके फ़ोन में आपकी कीमती और निजी जानकारी भी चुरा सकते है।
इन सब के बीच एक मैसेज और खूब शेयर हो रहा है जिसमे कहा जा रहा है कि अगर ये फिल्म अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचेगी तो इससे पूरी दुनिया को कश्मीरी हिंदुओं का सच पता चलेगा.. भविष्य में भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर मुद्दे में कूटनीतिक फायदा मिल सकता है। आपकी क्या राय है हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताए।