केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट लोकसभा में पेश कर दिया। कोरोना काल के बाद पेश किए गए इस पहले बजट पर पूरे देश और हर सेक्टर से जुड़े लोगों की नजर रही। सरकार ने कोई नया टैक्स नहीं लगाया, वहीं इनकम टैक्स स्लैब में भी कोई बदलाव नहीं किया। वहीं आयात शुल्क को लेकर कुछ बदलाव जरूर किए गए हैं।
इस दौरान कुछ सेक्टरों में ड्यूटी बढ़ाने की बात कही। मसलन 1 अक्टूबर 2021 से कस्टम ड्यूटी का नया स्ट्रक्चर आएगा। इससे इम्पोर्ट होने वाला सामान की कीमत पर असर पड़ेगा। साथ ही कुछ मोबाइल पार्ट्स पर कस्टम ड्यूटी 2।5% तक बढ़ाने की बात है। इससे मोबाइल की कीमतों पर असर पड़ सकता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि गोल्ड, सिल्वर पर इंपोर्ट ड्यूटी रेशनलाइज करेंगे। चुनिंदा ऑटो पार्ट्स पर 15% कस्टम ड्यूटी लगेगी। इससे Auto सेक्टर की लागत बढ़ सकती है। हालांकि यह ऑटो कंपनियों पर निर्भर करेगा कि वह इसका भार ग्राहकों पर डालेंगी या रेशनलाइज करेंगी।
फाइनेंस मिनिस्टर ने कहा कि कॉटन पर 10% कस्टम ड्यूटी लगेगी। इससे कॉटन प्रोडक्ट महंगे हो सकते हैं। साथ ही सिल्क पर 15% कस्टम ड्यूटी लगेगी। सिल्क की साड़ी और दूसरे परिधान की कीमतें बढ़ सकती हैं। साथ ही एग्री इंफ्रा डेवलपमेंट सेस लगाने का प्रस्ताव भी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट का सबसे खास ऐलान यह किया कि 75 साल से ऊपर के लोगों को टैक्स रिटर्न भरने से छूट दी गई है। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन पर अगले 5 साल में 50,000 करोड़ खर्च होंगे। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए 1500 करोड़ आवंटित किए गए हैं। ट्राइब्यूनल्स के कामकाज को सुधारने की बात कही है। FM ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट विवाद जल्द सुलझाने के लिए सुधार करेंगे।