सोशल मीडिया पर ज़ी मीडिया और अदानी एंटरप्राइजेज के बीच एक समझौते से जुड़ी खबरें वायरल हो रही हैं, जो पूरी तरह से झूठी और निराधार हैं. दोनों समूहों के बीच कोई बात नहीं हुई है, लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया में खबरें आ रही हैं, जहां यह दावा किया जा रहा है कि अडानी समूह ने एक नकद सौदे में ज़ी मीडिया में हिस्सेदारी खरीदी है.
आपको बता दें कि एक ट्वीट में दावा किया गया है कि गौतम अडानी और सुभाष चंद्रा ने एक विशेष समझौता किया है, जिसमें अडानी उद्यम ज़ी मीडिया को 30 रुपये प्रति शेयर के नकद सौदे में हासिल करने के लिए तैयार है. ज़ी मीडिया के शीर्ष प्रबंधन ने दावों का खंडन किया और कहा कि अडानी समूह के साथ ऐसा कोई सौदा नहीं हुआ है.
कंपनी के आधिकारिक प्रवक्ता रौनक जाटवाला ने पुष्टि की, "हम ज़ी मीडिया से संबंधित डॉ. सुभाष चंद्रा और गौतम अडानी के बीच बातचीत के आसपास किसी पत्रकार द्वारा फैलाई जा रही ऐसी किसी भी अफवाह का पूरी तरह से खंडन करते हैं. दोनों समूहों के बीच कोई बात नहीं हुई है, यह झूठी खबर है."
एक ट्वीट वायरल हुआ था जिसमें दावा किया गया था कि अदानी समूह ने नकद सौदे में ज़ी मीडिया में हिस्सेदारी खरीदी है. ज़ी मीडिया प्रबंधन ने लोगों से ऐसी अफवाहों पर विश्वास न करने के लिए कहा.फर्जी दावे के मुताबिक गौतम अडानी और एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन डॉ सुभाष चंद्रा के बीच एक्सक्लूसिव समझौता हुआ है. Zee Media कंपनी प्रबंधन ने ऐसे किसी भी दावे को सिरे से खारिज कर दिया है.
खबर के इर्द-गिर्द पूरी अराजकता और भ्रम को अनुराग चतुर्वेदी के नाम से एक ट्विटर उपयोगकर्ता द्वारा संचालित किया जा रहा है. उन्होंने ट्वीट किया है कि गौतम अडानी और सुभाष चंद्रा ने एक विशेष समझौता किया है. अडानी एंटरप्राइज ज़ी मीडिया को 30 रुपये प्रति शेयर के नकद सौदे में हासिल करने के लिए.
Gautam Adani and Subhash Chandra enter in to an exclusive agreement . Adani enterprise to acquire Zee media in an all cash deal at Rs 30 per share. Sanjay Pugalia to be CEO of Zee news.
— Anurag Chaturvedi (@AnuragC1106) January 12, 2022
Zee Media Management ने कहा है कि ऐसी किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देना चाहिए. दोनों गुटों के बीच किसी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई है.