कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने ई कॉमर्स पोर्टल 'भारतईमार्केट' का लोगो ( प्रतीक चिन्ह) को आज लॉन्च कर दिया है। यह ऑनलाइन खरीदारी के लिए ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिस पर सिर्फ और सिर्फ भारतीय प्रोडक्ट्स बिकेंगे। ये एक पूरी तरह भारतीय ई-कॉमर्स पोर्टल है। इस पोर्टल के पीछे मकसद स्वदेशी चीजों को आगे बढ़ाना और चीन के सामानों को बायकॉट करना है। इससे चीन को सीधी चोट पहुंचेगी। पोर्टल का पूरा डेटा भारतीय सर्वर पर ही मौजूदा होगा। इसी साल दिसंबर 2020 ये पोर्टल आम लोगों के लिए शुरू हो जाएगा।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन व्यापार में काफी वृद्धि हुई है। कोविड से पहले भारत में ई कामर्स व्यवसाय लगभग 7% था वह अब वर्तमान में लगभग 24% हो गया है। शहरी क्षेत्रों में 42% इंटरनेट उपयोगकर्ता अब ई-कॉमर्स के माध्यम से अपनी खरीदारी कर रहे हैं।
कैट के अनुसार भारतईमार्केट के जरिए पूरे देश के कारोबारियों के बिजनेस में विस्तार होगा। इस पोर्टल से जो कारोबारी जुड़ेंगे उनकी दुकान 24 घंटे खुलेगी। कैट के साथ 7 करोड़ से ज्यादा व्यापारी जुड़े हैं। इस तरह कैट दुनिया की सबसे बड़ी सप्लाई चेन बनता है। भारतईमार्केट पर देश के अधिक से अधिक कारोबारियों को जोड़ने की कवायद की जाएगी।
भारतईमार्केट की टैग लाइन को "लोगो" के साथ जोड़ते हुए कैट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल और आत्मनिर्भर भारत मिशन को बढावा दिया है। कैट ने घोषणा करते हुए कहा कि भारतईमार्केट पोर्टल पर चीन में बना कोई भी सामान नहीं बेचा जाएगा। यह पोर्टल इस साल दिसंबर तक शुरू कर दिया जाएगा। कैट ने कहा कि भारतईमार्केट का "लोगो" सही मायनों में भारतीयता का प्रतीक है। यह लोगो ब्रांडिंग एवं कम्युनिकेशन क्षेत्र में देश की शीर्ष बड़ी कंपनियों में इस एक आर के स्वामी बीबीडीओ ने तैयार किया है।
इस मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा भाग लेते हुए केंद्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने भारतईमार्केट को लॉन्च करने के कैट के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि निश्चित रूप से यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल तथा आत्मनिर्भर भारत को अमली जामा पहनाने के लिए मील का पत्थर बनेगा।