Trending News

विकासशील देशों के लिए खुला वर्ल्ड बैंक का खजाना

[Edited By: Rajendra]

Wednesday, 14th October , 2020 06:22 pm

वर्तमान समय पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्राहि-त्राहि कर रही हैं। और दुनियां इस महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन बनाने में जुटी हुई है। अब इस विश्व बैंक कोरोना से निपटने में विकासशील देशों की मदद के लिए आगे आया है।

बैंक ने विकासशील देशों को आर्थिक सहायता प्रदान की है, ताकि वह वैक्सीन पा सके और इस भयानक वायरस का उपचार करने में सझम हो सके। संगठन की तरफ से जारी हुई बयान के मुताबिक, विश्व बैंक ने 12 बिलियन डॉलर (करीब 88 हजार करोड़ रु.) की मंजूरी दी है।

वर्ल्ड बैंक संगठन की तरफ से जारी हुई बयान के मुताबिक, विश्व बैंक ने 12 बिलियन (12 करोड़) अमेरिकी डॉलर की मंजूरी दी है। यह वित्तपोषण, जिसका उद्देश्य एक अरब लोगों तक टीकाकरण का समर्थन करना है, विकासशील देशों को कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए जून 2021 तक 160 बिलियन डॉलर तक के समग्र विश्व बैंक समूह पैकेज का हिस्सा है। यह विश्व बैंक के कोरोना वायरस आपातकालीन प्रतिक्रिया कार्यक्रमों में नया वित्तपोषण जोड़ता है जो पहले से ही 111 देशों में पहुंच रहा है ।

कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में वर्ल्ड बैंक ने विकासशील देशों की मदद के लिए सामने आया है। यह रकम वैक्सीन खरीदने, तैयार करने और कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए इस्तेमाल करने के लिए प्रदान की गई है। वर्ल्ड बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स की बोर्ड मीटिंग में मंगलवार को इस बारे में फैसला किया गया। बैंक ने 100 करोड़ लोगों को टीका लगाने के अभियान को सहायता प्रदान करने की घोषणा की है।

विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष डेविड मलपास ने कहा, "हम कोरोना वायरस आपातकाल को संबोधित करने के लिए अपने फास्ट-ट्रैक दृष्टिकोण का विस्तार और विस्तार कर रहे हैं ताकि विकासशील देशों को उचित और समान पहुंच प्राप्त हो। उन्‍होंने कहा कि सुरक्षित और प्रभावी टीकों और सुदृढ़ वितरण प्रणालियों तक पहुँच महामारी को समाप्‍त करने की दिशा में महत्वपूर्ण है। विकासशील देशों के पास अनुमोदित टीकों को प्राप्त करने और वितरित करने के विभिन्न तरीके होंगे। यह दृष्टिकोण टीके से बचाव योग्य रोगों के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण कार्यक्रमों के साथ-साथ एचआईवी, तपेदिक, मलेरिया और उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों जैसे संक्रामक रोगों से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के समर्थन में डब्ल्यूबीजी की महत्वपूर्ण विशेषज्ञता को आकर्षित करता है।

कोरोना वायरस टीकों की खरीद के अलावा, WBG वित्तपोषण कोरोना वायरस परीक्षणों और उपचारों तक पहुंचने के लिए देशों का समर्थन करेगा, और टीकाकरण की स्वास्थ्य प्रणालियों को प्रभावी ढंग से तैनात करने में मदद करने के लिए टीकाकरण क्षमता का विस्तार करेगा। इसमें वैक्सीन स्टोरेज हैंडलिंग, प्रशिक्षित वैक्सीनेटर और बड़े पैमाने पर संचार और आउटरीच अभियानों के लिए समुदायों और घरों तक पहुंचने के लिए आपूर्ति श्रृंखला और रसद प्रबंधन शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास ने बताया कि यह फाइनेंशियल कार्यक्रम दुनिया के जरूरतमंद देशों की मदद करने लिए शुरू किया गया है। यह रकम उन देशों के लिए होगी, जिनके पास कोरोना से बचाव के लिए कम सुविधाएं हैं। यह कदम वायरस को फैलने से रोकने में यह मददगार होगा। गरीब देशों को मेडिकल इक्विपमेंट खरीदने और हेल्थ सर्विसेज सुधारने में मदद के मकसद से यह मदद की गई है। उन्हें एक्सपर्ट्स की सलाह मुहैया कराई जाएगी और पॉलिसी तैयार करने में भी मदद की जाएगी।

 

 

 

Latest News

World News