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सब्जियों की आग उगलती कीमतों से बेलगाम हुई महंगाई

[Edited By: Rajendra]

Wednesday, 5th July , 2023 02:03 pm

शतक और अर्धशतक अभी तक यह शब्द से क्रिकेट में सुनने को मिलता था लेकिन अब यह शब्द सब्जियों में कॉमन हो चुका है । दरअसल इन दिनों सब्जियों के दाम काफी तेजी से बढ़ रहे हैं स्थिति यह है कि कई सब्जियों के दाम शतक लगा चुके हैं तो कुछ के दाम अर्धशतक तक पहुंच चुके हैं ।

मतलब यह कि कई सब्जियों के दाम ₹100 किलो या उससे अधिक हो गए हैं तो वहीं कुछ सब्जियों के दाम 50 या उससे अधिक हो गए हैं । सब्जियों के दाम बढ़ने से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी लोगो को महंगाई से राहत नहीं मिल पा रही है। खराब मौसम के चलते लगातार सब्जियों की फसल को नुकसान पहुंच रहा है जिसके कारण सब्जियों की आवक बेहद कम हो गई है। आवक कम होने डिमांड अधिक होने के कारण सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं अभी तक सिर्फ टमाटर ही ₹100 किलो सुपर बिक रहा था लेकिन अब शिमला मिर्च, हरी मिर्चस धनिया पत्ती, बींस, बरबटी यह सब्जियों के दाम भी लगभग ₹100 किलो पहुंच गए हैं । इसके अलावा कई और सब्जियों के दाम ₹50 से अधिक हो गए हैं ।

प्रचंड गर्मी के बाद हो रही हल्की बारिश से मंडियों में कम सब्जी पहुंच रही है। इससे हरी सब्जी की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। अदरक 400 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है। टमाटर, प्याज, परवल, गोभी के दामों में एक सप्ताह में लगभग 40 से 50 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सब्जियों के दाम बढ़ने के कारण विशेषकर मध्यम वर्ग एवं गरीब वर्ग की थाली से हरी एवं पौष्टिक सब्जी गायब हो रही हैं।

लोग एक-दूसरे को यहां तक सुझाव देने लगे हैं कि अगर हम सब लगातार 3 दिनों तक टमाटर नहीं खरीदेंगे तो जमाखोरों की कमर टूट जाएगी और टमाटर की कीमतें खुद-ब-खुद नीचे आ जाएंगी। वहीं एक अन्य यूजर्स ने कमैंट किया है कि जिसका भी भाव बढ़ जाए उसका त्याग कर दिया जाए फिर चाहे वह टमाटर ही क्यों ना हो। आगे पूछा है कि आपके शहर में टमाटर का क्या भाव चल रहा है। वहीं टमाटर की कीमतों में आए भारी उछाल के कारण छोटे ढाबों और रैस्टोरैंट के संचालकों द्वारा ग्राहकों को रोटी के साथ परोसे जाने वाली सलाद की थाली में से टमाटर गायब होने लगा है। ऐसे में देखने वाली अहम बात यह भी है कि गली-मोहल्लों में सब्जियों की रेहड़ियां लेकर आने वाले स्ट्रीट वैंडर भी अब टमाटर खरीदने और बेचने से हाथ पीछे खींचने लगे हैं क्योंकि होलसेल सब्जी मंडी में भी टमाटर की कीमतों में भारी तेजी देखने को मिल रही है। ऐसे में कोई भी शाम तक टमाटर की बिक्री नहीं होने और खराब होने की स्थिति में नुक्सान उठाने को तैयार नहीं है। सीधे अर्थों में कहा जाए तो टमाटर अब आम लोगों की पहुंच से दूर हो गया है।

वहीं दूसरी ओर अन्य कई सब्जियों की आग उगलती कीमतों ने भी आम जनता को महंगाई की भट्टी में झोंक कर रख दिया है जिनमें विशेष तौर पर अदरक, शिमला मिर्च, फूल गोभी, भिंडी,अरबी और प्याज आदि शामिल हैं। यहां बताना अनिवार्य होगा कि रिटेल बाजार में अदरक की कीमतें दोहरा शतक जड़ चुकी हैं। बाजार में सब्जियों की खरीदारी के लिए निकली महिलाएं अमरजीत कौर, सुखवंत कौर,रीतू शर्मा, दिव्या थापर और रिंकी मिश्रा ने कहा कि महंगाई के कारण किसी भी सब्जी को हाथ तक लगाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को बेलगाम हुई महंगाई पर लगाम कसने के लिए उचित कदम उठाने चाहिएं ताकि लोग बिना किसी परेशानी के अपने घरों का गुजारा कर सकें। उन्होंने कहा कि सब्जियों की कीमतों में हुई बेतहाशा बढ़ौतरी के कारण प्रत्येक परिवार का घरेलू बजट तहस-नहस होकर रह गया है।

सब्जियों को स्टॉक करके नहीं रखा जा सकता है इसलिए इसमें कालाबाजारी की बात तो हो ही नहीं सकती, लेकिन जिस तेजी से दाम बढ़ रहे हैं महंगाई की मार लोगों पर पड़ रही है उसका कहीं ना कहीं असर आने वाले चुनाव पर भी देखने को मिल सकता है । ऐसे में देखना होगा कि अब सब्जियों के दामों को कम कराने के लिए सरकारें क्या कदम उठा सकती हैं ।

टमाटर की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने और जनता को राहत देने के लिए तमिलनाडु सरकार ने राशन की दुकानों पर टमाटर बेचना शुरू कर दिया है। तमिलनाडु सरकार की इस नई प्रणाली के तहत 82 राशन की दुकानों पर टमाटर 60 रुपये प्रति किलो मिलेगा। राज्य भर में टमाटर की कीमत फिलहाल 120-140 रुपये प्रति किलो है। राज्य के नागरिक आपूर्ति विभाग के सूत्रों ने बताया कि बिक्री प्रति व्यक्ति एक किलोग्राम तक सीमित है।

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