आतंकवादियों को आतंक फैलाने के लिए मिल रही फंडिंग को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ी कार्रवाई की है। एनआईए ने आतंक को रोकने के लिए इसकी जड़ यानी फंडिंग पर रोक लगाने का काम करना शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत जम्मू-कश्मीर से की गई है। यहां एमआईए ने एक साथ कई ठिकानों पर छापा मारा है।
एनआईए को जानकारी मिली थी कि जम्मू-कश्मीर में गैर सरकारी संगठनों के द्वारा आतंकियों को फंडिंग की जा रही थी। इसी को आधार बनाते हुए एनआईए ने कश्मीर में 10 स्थानों पर छापा मारा है। एनआईए ने श्रीनगर में 9 जगहों पर और एक बांदीपोरा के ठिकाने पर छापा मारा है। इसके अलावा एनआईए ने बेंगलुरु के एक ठिकाने को निशाना बनाया है।
जानकारी के अनुसार जिन ठिकानों पर एनआईए ने छापा मारा है उनमें पत्रकार और गैर सरकारी संगठन शामिल हैं। व्यवसाय, धार्मिक कार्यों अन्य सामाजिक कार्यों के नाम पर विदेशों से पैसे लेकर आतंकवाद को फाइनेंस किया जा रहा था। कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए हवाला चैनल के फंड का इस्तेमाल किया जा रहा था। सूत्रों के मुताबिक कि यह पैसा हवाला के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों से आया विदेशों में एनजीओ के जरिए कश्मीर में आतंक के लिए फंडिंग हो रही थी। सूत्रों के मुताबिक,एनजीओ जिसके जरिए आतंक की फंडिंग विदेश से आ रही उनपर काफी दिन से एजेंसियां नज़र रखे हुए थी।
ये एनजीओ विदेश से पैसा लेते हैं और भारत में कई जगहों पर छिपे आतंकियों को भेजते हैं। एनआईए को मिली जानकारी में भी खुलासा हुआ है कि विदेश से भारत में आतंक के लिए फंडिंग की जाती रही है।
एनआईए ने कुल 10 जगहों पर छापा मारा है। एनआईए ने इस मामले में नया केस दर्ज किया है। इन एनजीओ में कश्मीर से जुड़े आतंकी संगठनों और अलगाववादी गतिविधियों के लिए दी जाने वाली देश विदेश से फंडिंग हो आ रही है।