इंडियन नेवी के लिए गुरुवार 26 नवंबर को एक बुरी खबर आई जब उसका फाइटर जेट मिग-29के अरब सागर में क्रैश हो गया। गुरुवार को शाम 5 बजे यह दुर्घटना हुई है। जहां सर्च टीम ने एक पायलट को तलाश लिया है तो वहीं दूसरे पायलट की तलाश अभी तक जारी है। समाचार लिखे जाने तक पायलट का कुछ पता नहीं चल सका था। नौसेना की तरफ से कहा गया है कि इन्क्वॉयरी के आदेश दे दिए गए हैं ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके।मिग-29के नौसेना के सबसे बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य से ऑपरेट करता है।
पायलट की तलाश के लिए जमीन और हवा में सर्च टीमें लगी हुई हैं। हाल ही में अरब सागर में मालाबार युद्धाभ्यास का दूसरा चरण आयोजित हुआ था। इस युद्धाभ्यास में आईएनएस विक्रमादित्य ने भी हिस्सा लिया था और मिग-29के ने भी बखूबी हर मिशन को अंजाम दिया। मिग-29के ने शुक्रवार को गोवा से उड़ान भरी थी। मालाबार युद्धाभ्यास में मिग-29 ने अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान की नौसेनाओं ने भी हिस्सा लिया था।
इस वर्ष फरवरी में भी इंडियन नेवी का मिग एयरक्राफ्ट गोवा में रूटीन सॉर्टी के समय क्रैश हो गया था।वास्को में हुई उस घटना में पायलट सुरक्षित निकलने में कामयाब रहा था और बाइ में उन्हें सुरक्षित बचा लिया था। फरवरी में आईएनएस हंसा पर जो हादसा हुआ उसमें मिग-29के एक सिंगल सीटर जेट था और कुछ तकनीकी वजहों से यह क्रैश हो गया था। जबकि 26 नवंबर को जो हादसा हुआ है उसमें मिग-29के एक ट्रेनर एयरक्राफ्ट बताया जा रहा है।
बता दें, भारतीय नौसेना के पास 40 से ज्यादा मिग -29K (MiG 29K) लड़ाकू विमान का एक बेड़ा गोवा से बाहर स्थित है। यह बेड़ा आईएनएस INS विक्रमादित्य विमानवाहक पोत से भी संचालित किया जाता है।