उत्तर-प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में कौन मरेगा बाज़ी यह अभी कहा नहीं जा सकता मगर जिस तरह से राजनैतिक पार्टियाँ चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है उससे इतना तो साफ है कि इस बार मुख्यमंत्री की कुर्सी का रास्ता आसान नहीं होगा। भाजपा जरूर मजबूत है प्रदेश में लेकिन उनके सामने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव एक बड़ी चुनौती बनकर सामने खड़े हुए है। अखिलेश यादव जिस तरह से प्रदेश में एक बड़ा गठबंधन बनाने में जुटे हुए है और साथ ही कई बड़े चेहरों को साथ लेकर चुनाव की तैयारी में लागे हुए है उससे भाजपा को नुकसान हो सकता है। भाजपा के ऊपर जिस तरह से तानाशाही और तुस्टीकरण के आरोप लगे है, कहीं न कहीं इस वजह से भाजपा को आगामी चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है।
भाजपा की तरफ से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को यानी आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सहारनपुर में मां शाकुंभरी स्टेट यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखने पहुंचे, राज्य विश्वविद्यालय लगभग 400 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा, जिसमें से 92 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की जा चुकी है। केंद्रीय गृह मंत्री ने बुधवार देर रात सोशल मीडिया पर लिखा कि कल का दिन अहम होगा। "पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए कल का दिन महत्वपूर्ण है, मैं सहारनपुर में 'माँ शाकुंभरी विश्वविद्यालय' की आधारशिला रखूंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में काम कर रही योगी आदित्यनाथ सरकार शिक्षा को एक संकल्प मान कर काम कर रही है।"
वहीं कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी गुरुवार को अपने ससुराल मुरादाबाद में प्रतिज्ञा रैली को संबोधित करने पहुंची, जिसमें यूपीसीसी प्रमुख अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे। आपको बता दें, प्रियंका गांधी आगामी 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को टिप्स भी देंगी और गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे मुरादाबाद के सर्किट हाउस पहुंचने की उम्मीद है। वह राज्य में काफी सक्रिय रही हैं क्योंकि सबसे पुरानी पार्टी 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में खोए हुए राजनीतिक आधार को फिर से हासिल करने की कोशिश कर रही है।