उत्तर प्रदेश में बारिश का कहर जारी है। लगातार हो रही बारिश की वजह से अब तक 19 लोगों की जान जा चुकी है। चार मौतें हरदोई में, तीन बाराबंकी में, प्रतापगढ़ और कन्नौज में दो-दो और अमेठी, देवरिया, जालौन, कानपुर, उन्नाव, संभल, रामपुर और मुजफ्फरनगर जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।आईएमडी ने यूपी के 31 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है और सात दिन तक बारिश का अनुमान जताया है। पिछले कई दिनों से हो रही बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। वहीं आम जनता और किसान काफी डरे हुए हैं।लेकिन राज्य के राहत आयुक्त जी एस नवीन कुमार का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है सभी बांध फिलहाल सुरक्षित हैं।
लगातार हो रही बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है।आईएमडी के अलर्ट को देखते हुए राज्य के कई जिलों में स्कूल और कॉलज बंद करने का आदेश जारी किया गया है। वहीं बारिश के अलर्ट को देखते हुए सीएम योगी ने अलर्ट वाले जिलों के अधिकारियों को समय से जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया है। 14 सितंबर तक भारी बरसात का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है।
पिछले तीन दिनों से राजधानी लखनऊ में लगातार हो रही बारिश से हाल बेहाल है। बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। लखीमपुर और बाराबंकी जिले में जिलाधिकारी ने मंगलवार को प्राइमरी से लेकर कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है। जिलाधिकारी द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, मंगलवार को सभी निजी व सरकारी स्कूल बंद रहेंगे। आदेश का पालन न करने पर विद्यालय प्रबंधकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बारिश के साथ-साथ प्रदेश में वज्रपात की घटनाएं भी हुई हैं। घर गिरने से जान-माल का नुकसान भी हुआ है। खेतों में पानी भरने से फसलों को नुकसान पहुंचा है। रविवार रात से सोमवार देर रात तक 19 मौतों की सूचना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बारिश के दृष्टिगत संबंधित जिलों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्य पर नजर रखें। आपदा से प्रभावित लोगों को अनुमन्य राहत राशि का अविलंब वितरण करें। जलभराव की स्थिति में जल निकासी के प्रभावी प्रबंध किए जाएं। नदियों के जलस्तर की लगातार निगरानी की जाए।
फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर शासन को इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए ताकि प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जा सके। मुख्यमंत्री ने उन्नाव में वज्रपात से हुई पशुहानि का संज्ञान लेते हुए प्रभावित पशुपालकों को अनुमन्य सहायता राशि प्रदान किये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि प्रति भेड़ चार हजार रुपये की आर्थिक सहायता वितरित की जाए।
यूपी में बारिश की स्थिति से अवगत कराते हुए राहत आयुक्त जी एस नवीन कुमार ने कहा कि राज्य में कहीं भी चिंता की स्थिति नहीं है। पिछले चौबीस घंटे में उत्तर प्रदेश में 31।8 मिमी।औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य बारिश से 6.4 मिमी और 497 प्रतिशत है। प्रदेश में 1 जून, 2023 से अब तक 577.4 मिमी। औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य बारिश से 665.2 मिमी और 87 प्रतिशत है। राहत आयुक्त ने बताया कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश के 25 जनपदों में 30 मिमी और उससे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। हालांकि कोई भी नदी खतरे के जलस्तर से ऊपर नहीं बह रही है। 10 जनपदों के 168 गांव बाढ़ से प्रभावित है।
बारिश से प्रभावित जिलों में सर्च और रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की कुल 4 टीमें काम कर रही हैं। लोगों को राहत देने के लिए अब तक कुल 69674 ड्राई राशन किट, 448670 लंच पैकेट और 3150 डिगनिटी किट भी बांटे गए हैं। राज्य मे अब तक 1101 बाढ़ शरणालय, 869 पशु शिविर, जिसमे चारे आदि की व्यवस्था और 2869291 पशु टीकाकरण, 1504 -बाढ़ चौकियां, 2513-मेडिकल टीम गठित की गई हैं। इसके अलावा 3421 नावों को भी बचाव राहत कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में करीब 2775 गौशालाओं के 4,61,778 जानवरों और अन्य जानवरों के लिए भी चारे की व्यवस्था की गई है। सभी संवेदनशील जिलों में कुल 5014 जगहों पर राहत चौपाल का आयोजन किया जा रहा है।
16 सितंबर तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों समेत तराई बेल्ट और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। सुल्तानपुर, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या और अंबेडकरनगर में मंगलवार को भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पूर्वी यूपी के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश के लिए अलर्ट है।