मुंबई में एक बार फिर वही हालात हो रहे हैं जो 14 साल पहले हुए थे। यहां चारों ओर बाढ़ जैसी स्थितियां हैं। 2005 के बाद पहली बार मुंबई में 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश हुई। आज भी कई इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। दोपहर 12.35 बजे हाई टाइड के दौरान 4 मीटर से ज्यादा ऊंची लहरे उठने की संभावना जताई गई है। सेंट्रल रेलवे ने डोंबिवली और ठाणे से यात्रियों को ले जाने के लिए अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था की है।
बारिश से प्रभावीत लोगों को निकालने के लिए नौसेना ने मोर्चा संभाला हुआ है। अकेले मुंबई में बारिश की वजह से 21 लोगों की मौत हो गई है, जबकि पूरे महाराष्ट्र में कुल 35 लोग भारी बारिश का शिकार बन चुके हैं। लगातार हो रही वर्षा के कारण रेल, हवाई सेवा एवं सड़क परिवहन पर पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। कई ट्रेनों और उड़ानों को रद कर दिया गया।
तेज बारिश से रत्नागिरी में तिवरे डैम टूट गया जिससे नजदीक बसे करीब सात गांवों में बाढ़ आ गई है। हादसे में 23 लोग लापता बताए जाते हैं। अब तक 6 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। बताया जाता है कि भारी बारिश के चलते बांध में जलस्तर बहुत बढ़ गया था, जिसकी वजह से यह बांध देर रात अचानक टूटा।
मौसम जानकारों का कहना है कि आगे और भी हालात बुरे हो सकते हैं। बचाव दल को सूचना भेज दी गई है। वहीं सरकार ने भी इस प्राकृतिक आपदा से बचने के पूरे इंतजाम करना शुरू कर दिए हैं।