नई दिल्ली-भारत के 48वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया नथालापति वेंकट रमना हो सकते हैं। सीजेआई एसए बोबडे ने बुधवार को अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस एनवी रमन्ना का नाम रखा। वर्तमान चीफ जस्टिस एस ए बोबड़े ने उनके नाम की सिफारिश सरकार को भेज दी है। जस्टिस बोबड़े का कार्यकाल 23 अप्रैल तक है। राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद 24 अप्रैल को जस्टिस रमना शपथ लेंगे।
जस्टिस रमना अपने शांत और मृदुभाषी स्वभाव के लिए पहचाने जाते हैं। 2014 में सुप्रीम कोर्ट में अपनी नियुक्ति से पहले वह दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस थे। चीफ जस्टिस के तौर पर उनका कार्यकाल 26 अगस्त 2022 तक होगा। इस तरह रमना 16 महीने तक इस अहम पद पर रहेंगे। उन्होंने 10 फरवरी 1983 को एक वकील के रूप में दाखिला लिया। उन्होंने आंध्र प्रदेश जूडिशियल एकेडमी में प्रेसिडेंट का पद भी संभाला है।
जस्टिस नथालापति वेंकट रमना का जन्म 27 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश में कृष्ण जिले के पोन्नवरम गांव में हुआ था। वह पहली बार 10 फरवरी 1983 को वकील बने थे। रमना को 27 जून 2000 को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के स्थायी जज के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद उन्होंने 10 मार्च 2013 से 20 मई 2013 तक आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया था।