छत्तीसगढ़ के नारायणपुर से बड़ी खबर आई है जहां नक्सलियों की टीम ने सुरक्षाबलों की एक टीम पर हमला बोल दिया। नक्सलियों ने जवानों की गाड़ी को ब्लास्ट कर उड़ा दिया। इस हमले में 3 जवानों के शहीद होने की खबर है जबकि 15 जवान घायल हुए हैं। आपको बता दें कि ये जवान ऑपरेशन से लौट रहे थे जिसके बाद नक्सलियों ने घात लगाकर जवानों के इस काफिले पर हमला किया। किसी को भी इस हमले की कोई भनक नहीं थी। जवानों पर हुए इस नक्सली हमले के बाद से छत्तीसगढ़ के नारायण पुर में अफरा-तफरी का माहौल है। देश की आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से यह खबर चिंता करने वाली है।
बता दें कि इस साल की शुरुआत में ही छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के लगभग 100 नक्सली अपने आधार का विस्तार करने के लिए पिछले कुछ महीनों में मध्य प्रदेश में घुस आए थे। इन नक्सलियों से निपटने के लिए राज्य सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों की छह कंपनियों की तैनाती की मांग भी की थी। मध्य प्रदेश के एक पुलिस अधिकारी ने जनवरी के महीने में इस बात की जानकारी दी थी।
Three District Reserve Guard (DRG) jawans have lost their lives and a few injured in IED blast triggered by Naxals in Narayanpur district; details awaited: DGP Chhattisgarh, DM Awasthi
— ANI (@ANI) March 23, 2021
(file photo) pic.twitter.com/TEGAwTAUDJ
पुलिस अधिकारी ने कहा कि इन सुरक्षा बलों को जल्द ही मध्यप्रदेश के बालाघाट और आदिवासी बहुल मंडला जिलों में तैनात किए जाने की संभावना है, जहां ये नक्सली घुसे हैं। अधिकारी ने बताया था, हमारे सूत्रों द्वारा हमें दी गई जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के करीब 100 नक्सली पिछले कुछ महीनों में मध्यप्रदेश में घुस आये हैं, ताकि इस क्षेत्र में वे अपना आधार बढ़ा सकें। उन्होंने बताया कि ये नक्सली बालाघाट जिले में महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ की सीमाओं से घुसे हैं।
बालाघाट एवं मंडला जिले एक दूसरे से सटे हुए हैं और इनकी लंबी सीमा है। बालाघाट और मंडला जिले में नक्सलियों के छह समूह सक्रिय हैं। इनमें से मंडला में खटिया मोचा दलम पिछले साल आया था। इस खतरे को देखते हुए नक्सलियों से लोहा लेने के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित मध्यप्रदेश पुलिस की हॉक फोर्स पहले से ही बालाघाट में तैनात है। इसके अलावा, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक बटालियन भी वहां तैनात है।