चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत ने भारत नेपाल रिश्तों पर एक वार्ता में शामिल होते हुए नेपाल को नसीहत दी है कि वह चीन से दोस्ती करने से पहले एक बार श्री लंका की ओर देख ले। उन्होंने यह बात नेपाल इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन ऐंड एंगेजमेंट के एक सालाना कार्यक्रम में शामिल होकर कही है।
बता दें सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने यह बयान तब दिया है। जब चीन नेपाल में कई परियोजनाओं में अपना पैसा लगा रहा है। नेपाल भी चीन के अपने रिश्तों को बिना सोचे समझे तेजी से विस्तार दे रहा है। ऐसे में रावत ने नेपाल को नसीहत दी है कि वह पड़ोसी मुल्क श्री लंका से कुछ सीख ले। क्योंकि श्री लंका में भी चीन ने इसी तरह से कर्जदार बनाया था।
इस मौके पर जनरल रावत ने नेपाल और भारत के रिश्तों की तुलना में कई बड़ी- बड़ी बाते भी कही है। जनरल रावत ने कहा है कि हमारे देश हिमाचल की ऊंचाई और हिंद महासागर की गहराई जितने मजबूत हैं। उन्होंने कहा कि भारत की सद्भावना किसी डोर से नहीं जुड़ी है। '
बता दें चीन ने कुछ साल पहले श्री लंका के हंबनटोटा बंदरगाह को 99 साल के लिए लीज पर लिया है। उसने इसके अलावा श्री लंका की कई परियोजनाओं में अपना पैसा लगाकर पूर देश पर काफी ज्यादा कर्ज कर दिया है। जिसकी वजह से यह देश अब उसके दवाब में है। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन ऐसा भारत के आस-पास अपना दवाब बढ़ाने के लिए कर रहा है।