यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता भारत में सदैव रहा है. देश में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए उन्हें भढ़ावा देने के लिए महिलाओं को अहम मोर्चों पर हमेशा शामिल किया जाता रहा है. रेलवे में भी महिलाओं को कई अहम जिम्मेदारियां दी जाती हैं. कभी रेलवे में महिला ट्रेन के ड्राइवर, गार्ड और अन्य विभागों में पुरुष कर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है.
इसी कड़ी में अब पंडित दीनदयाल मंडल में आरपीएफ की महिला विंग को एशिया के सबसे बड़े रेलवे यार्ड की सुरक्षा का जिम्मा दिया गया.महिला कर्मी रेलवे यार्ड की सुरक्षा तो करेंगी ही साथ ही रेलवे यार्ड में ट्रेन से उतर कर आने-जाने वाले यात्रियों को यहां ना उतरने के लिए जागरूक भी करेंगी. इसके अलावा आसपास के इलाकों में जाकर लोगों से रेलवे यार्ड और उसकी सुरक्षा के बारे में भी बताया जाएगा.
आपको बता दें कि कई बार ट्रेन की चपेट में आने से रेल यात्रियों की जान चली जाती है. ऐसे में इन हादसों में कमी होने की उम्मीद है. बता दें कि आरपीएफ की महिला विंग पहले से ही पंडित दीनदयाल स्टेशन की सुरक्षा कर रही थी. यह पहली बार हुआ है जब महिला विंग अब रेलवे यार्ड में भी सुरक्षा का काम देखेंगी.
पंडित दीनदयाल मंडल के मंडल सुरक्षा आयुक्त आशीष मिश्रा ने बताया कि गया और डीडीयू स्टेशन पर महिला विंग पहले से ही सुरक्षा का काम कर रही हैं, लेकिन अब ये रेलवे यार्ड में सुरक्षा का काम भी करेंगी. महिला विंग के काम की रिपोर्ट अच्छी है. इससे महिला शसक्तीकरण को बढ़ावा मिलेगा. वहीं ये भारत जैसे प्रगतिशील देश की बढ़ौतरी में मददगार साबित होगा.