संगमनगरी में 13 जनवरी से महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इस महोत्सव में देश के प्रमुख अखाड़े और उनके साधु-संत भी शामिल होंगे। साथ ही श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा भी शामिल होगा।
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45 दिन चलेगा महोत्सव
प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। यह महोत्सव 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। वहीं महाकुंभ में इस बार 45 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। जिसको लेकर सरकार द्वारा तमाम इंतजाम किए गए हैं।
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महाकुंभ में जमेगा अखाड़ों का रंग
इस बार महाकुंभ मेले में सबसे अधिक आकर्षण का केंद हैं देश के 13 प्रमुख अखाड़े। इन अखाड़ों के साथ ही उनके साधु- संत भी शामिल होंगे। श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा इन प्रसिद्ध अखाड़ों में से एक है।
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श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा की कहानी
देश भर में कुल 13 अखाड़े हैं। श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़े का मुख्य केंद्र हरिद्वार में है। जो उदासीन संप्रदाय से संबंध रखता है। श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़े के देशभर में 700 डेरे हैं। इस अखाड़े की स्थापना निर्वाण बाबा प्रीतम दास महाराज ने की थी। इस अखाड़े में ऐसे साधु- संतों को जगह मिलती है जो छठी बख्शीश के श्री संगत देव जी की परंपरा का पालन करते हैं।