संभल में घर की सड़कों और छतों पर नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगा दी गई है। बुधवार को सदर कोतवाली में हुई पीस कमेटी की बैठक में एएसपी श्रीश चंद्र ने यह निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मस्जिद एवं ईदगाह के अंदर ही नमाज अदा की जाएगी।
आपको बता दें 28 मार्च को अलविदा जुमे की नमाज अदा की जाएगी वहीं, 30 मार्च से नवरात्रि शुरू हो रहे हैं, इसके अवाला 31 मार्च को ईद उल-फितर का पर्व मानाया जाएगा, इन्हीं सभी त्योहारों को लेकर सदर कोतवाली में ASP श्रीश चंद्र, SDM डॉक्टर वंदना मिश्रा और CO अनुज चौधरी के नेतृत्व में अमन कमेटी की बैठक हुई। इस बैठक मे मुस्लिम समुदाय के कई लोग भी शामिल हुए, बैठक में प्रशासन ने निर्देश दिया कि नमाज केवल ईदगाह और मस्जिदों के अंदर ही अदा की जाएगी। सड़कों या छतों पर नमाज की इजाजत नहीं दी जाएगी। प्रशासन ने यह भी कहा कि नमाज परंपरागत तरीके से ही होगी और किसी नई परंपरा को अपनाने की अनुमति नहीं होगी। बैठक में त्योहारों को शांतिपूर्वक और भाईचारे के साथ मनाने की अपील की गई,
ASP श्रीश चंद्र ने स्पष्ट किया कि कोतवाली संभल क्षेत्र में मस्जिद और ईदगाह के अंदर ही नमाज अदा की जाएगी। सड़कों पर किसी भी हालत में इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि परंपरागत रूप से नमाज मस्जिद या ईदगाह के अंदर ही अदा की जाती रही है और नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। संभल में हुई इस शांति समिति की बैठक में ASP संभल श्रीश चंद्र ने दो टूक शब्दों में कहा कि, ‘अलविदा जुम्मा और ईदगाह की नमाज सड़क पर नहीं पढ़ी जाएगी, ना ही छतों पर नमाजी नमाज अदा कर पाएंगे इसके अलावा, लाउडस्पीकर को लेकर भी सरकारी गाइडलाइन का पालन करना होगा।
एसपी सिटी ने साफ कर दिया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों लोगो पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया जा चुका है और सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए सीसीटीवी CCTV कैमरा, ड्रोन और लोकल इंटेलिजेंस की मदद ली जा रही है। पुलिस अधिकारियों नेयह भी चेतावनी दी है कि अगर कोई सड़क पर नमाज पढ़ता है तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट जब्त किया जा सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे प्रशासन के आदेशों का पालन करें। गौरतलब है कि पिछले साल प्रशासनिक आदेशों का उल्लंघन करने पर 200 से अधिक लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई थी। इस बार भी पुलिस ने नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करने का संदेश दिया है।
एएसपी संभल श्रीश चंद्र ने कहा, “छतों पर नमाज़ अदा करने से इसलिए रोका गया है क्योंकि छत पर भीड़ जमा होने से किसी दुर्घटना की संभावना है। सड़कों पर नमाज़ को इसलिए रोका गया है क्योंकि भारी संख्या में लोग सड़क पर इकट्ठे हो जाते थे जिससे यातायात अवरुद्ध होता था।
सपा सांसद ने क्या कहा?
संभल प्रशासन के जरिये छतों और सड़कों पर नमाज अदा करने की इजाजत न देने पर समाजावादी पार्टी के सांसद जिया उर्रहमान बर्क ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. सपा सांसद ने कहा कि “किसी व्यक्ति की छत कोई सरकारी संपत्ति नहीं है. अगर उसे अपने घर पर इबादत करने की अनुमति नहीं होगी, तो वह जाएगां कहां? समाजावादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा, “लोगों को छतों पर नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं देना ठीक नहीं है.” उन्होंने कहा, “इस तरह के प्रतिबंध लगाकर मुसलमानों की धार्मिक स्वतंत्रता को छीनने का काम किया जा रहा है.”
सड़क या छतों पर नमाज पढ़ने पर सम्भल प्रशासन द्वारा रोक लगाए जाने पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “इसके लिए कानूनी कार्रवाई की जरूरत क्या है। यह बात मुसलमानों को भी समझनी चाहिए। सड़क सरकार की है। अगर सरकार मना कर रही है कि आप सड़क पर नमाज न पढ़ें, तो आप नमाज न पढ़ें…